नवम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एवं राज योग शिविर का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ।”हर घर योग,,-: अविनाश कृष्ण सिंह। जिला ब्यूरो चीफ राजवीर सिंह यादव माधव संदेश मैनपुरी। (मैनपुरी) 20 जून, 2023- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने नवम् अंतरर्राष्ट्रीय योग दिवस के तहत आयोजित ’’हर घर योग’’ सप्ताह के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित राजयोग शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि तनाव से मुक्ति पाने के लिए जीवन में योग को अपनाना होगा, राजयोग की क्रिया से मन को प्रसन्न रखना होगा, असाध्य बीमारियों से बचने, निःरोगी रहने के लिए नियमित रुप से योग से जुड़ना होगा, योग-साधना शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने की सबसे प्राचीनतम पद्धति है, योग को अपनाकर ऋषि-मुनियों ने लंबा जीवन, निःरोगी काया के साथ जिये है। उन्होंने कहा कि राजयोग अंतरजगत की ओर की यात्रा है, यह स्वयं को जानने, पहचानने की यात्रा है, राजयोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में से सिर्फ थोड़ा समय निकालकर शांति से बैठकर आत्मनिरीक्षण करने की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में आज हम अपनी जिंदगी से दूर निकल आए हैं, हम अपने मन की शांति, शक्ति को भूल गए हैं, हमारी जड़ें कमजोर होने लगी, हम इधर-उधर के आकर्षणों में फंसने लगे और यहीं से हम तनाव महसूस करने लगते हैं, तनाव आत्मा, मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को असंतुलित कर हमें बीमारियों में जकड़ लेता है, इन सबसे बचने के लिए राजयोग एक ऐसा योग है, जिसे हर कोई कर सकता है, इसमें कोई धार्मिक प्रक्रिया या मंत्र आदि नहीं है, इसे कहीं भी और किसी भी समय किया जा सकता है, राजयोग को आंखें खोल कर भी किया जाता है इसलिए यह अभ्यास सरल और आसान है, राजयोग हमें आध्यात्मिक जागृति के साथ व्यर्थ और नकारात्मक भाव से दूर कर हमारे अंदर अच्छे और सकारात्मक विचार उत्पन्न की शक्ति प्रदान करता है।          राजयोग शिविर की अध्यक्षता कर रहीं प्रजापति बृम्हा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बी.के. आवन्ती दीदी ने राजयोग के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि नियमित राजयोग करने से मन को स्थिरता मिलती है, मन-मस्तिक में शांति, प्रसन्नता का भाव जागृत होता है, मन-मस्तिष्क के प्रसन्न रहने से तमाम प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जीवन में शांति, प्रसन्नता आवश्यक है यदि मन शांत होगा तो जीवन में परेशानियां कम होंगी, तनाव भी महसूस नहीं होगा, मन को शांत रखने के लिए नियमित रूप से राजयोग को अपनाना होगा। उन्होने कहा कि राजयोग एक स्वः उपचार प्रक्रिया है, इसका अभ्यास करने से आंखेे पूरी तरह से नयी दुनियां के लिए खुलती हैं, आंत्रिक दुनियां, हमारी निष्क्रिय आंत्रिक ऊर्जाओं को शक्तियों के रूप में सक्रिय करने का सशक्त माध्यम है।          बी.के. शिल्पी, बी.के. शिवानी बहन ने राजयोग करने की विधि को विस्तार पूर्वक बताया, इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर नवोदिता शर्मा, राजस्व अधिकारी नरेन्द्र कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी श्यामलाल जायसवाल, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी मयंक शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद््दीन अंसारी, अग्रणी जिला प्रबन्धक अनिल प्रकाश तिवारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रशांत कुमार, जिला आबकारी अधिकारी दिनेश कुमार, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी महेन्द्र कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सनिल द्विवेदी, प्रशासनिक अधिकारी हरेन्द्र सिंह, कलेक्ट्रेट के विभिन्न अनुभाग प्रभारी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने किया। ——————————————————

नवम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एवं राज योग शिविर का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ।"हर घर योग,,-: अविनाश कृष्ण सिंह। जिला ब्यूरो चीफ राजवीर सिंह यादव माधव संदेश मैनपुरी। (मैनपुरी) 20 जून, 2023- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने नवम् अंतरर्राष्ट्रीय योग दिवस के तहत आयोजित ’’हर घर योग’’ सप्ताह के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित राजयोग शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि तनाव से मुक्ति पाने के लिए जीवन में योग को अपनाना होगा, राजयोग की क्रिया से मन को प्रसन्न रखना होगा, असाध्य बीमारियों से बचने, निःरोगी रहने के लिए नियमित रुप से योग से जुड़ना होगा, योग-साधना शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने की सबसे प्राचीनतम पद्धति है, योग को अपनाकर ऋषि-मुनियों ने लंबा जीवन, निःरोगी काया के साथ जिये है। उन्होंने कहा कि राजयोग अंतरजगत की ओर की यात्रा है, यह स्वयं को जानने, पहचानने की यात्रा है, राजयोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में से सिर्फ थोड़ा समय निकालकर शांति से बैठकर आत्मनिरीक्षण करने की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में आज हम अपनी जिंदगी से दूर निकल आए हैं, हम अपने मन की शांति, शक्ति को भूल गए हैं, हमारी जड़ें कमजोर होने लगी, हम इधर-उधर के आकर्षणों में फंसने लगे और यहीं से हम तनाव महसूस करने लगते हैं, तनाव आत्मा, मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को असंतुलित कर हमें बीमारियों में जकड़ लेता है, इन सबसे बचने के लिए राजयोग एक ऐसा योग है, जिसे हर कोई कर सकता है, इसमें कोई धार्मिक प्रक्रिया या मंत्र आदि नहीं है, इसे कहीं भी और किसी भी समय किया जा सकता है, राजयोग को आंखें खोल कर भी किया जाता है इसलिए यह अभ्यास सरल और आसान है, राजयोग हमें आध्यात्मिक जागृति के साथ व्यर्थ और नकारात्मक भाव से दूर कर हमारे अंदर अच्छे और सकारात्मक विचार उत्पन्न की शक्ति प्रदान करता है। राजयोग शिविर की अध्यक्षता कर रहीं प्रजापति बृम्हा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बी.के. आवन्ती दीदी ने राजयोग के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि नियमित राजयोग करने से मन को स्थिरता मिलती है, मन-मस्तिक में शांति, प्रसन्नता का भाव जागृत होता है, मन-मस्तिष्क के प्रसन्न रहने से तमाम प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जीवन में शांति, प्रसन्नता आवश्यक है यदि मन शांत होगा तो जीवन में परेशानियां कम होंगी, तनाव भी महसूस नहीं होगा, मन को शांत रखने के लिए नियमित रूप से राजयोग को अपनाना होगा। उन्होने कहा कि राजयोग एक स्वः उपचार प्रक्रिया है, इसका अभ्यास करने से आंखेे पूरी तरह से नयी दुनियां के लिए खुलती हैं, आंत्रिक दुनियां, हमारी निष्क्रिय आंत्रिक ऊर्जाओं को शक्तियों के रूप में सक्रिय करने का सशक्त माध्यम है। बी.के. शिल्पी, बी.के. शिवानी बहन ने राजयोग करने की विधि को विस्तार पूर्वक बताया, इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर नवोदिता शर्मा, राजस्व अधिकारी नरेन्द्र कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी श्यामलाल जायसवाल, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी मयंक शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद््दीन अंसारी, अग्रणी जिला प्रबन्धक अनिल प्रकाश तिवारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रशांत कुमार, जिला आबकारी अधिकारी दिनेश कुमार, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी महेन्द्र कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सनिल द्विवेदी, प्रशासनिक अधिकारी हरेन्द्र सिंह, कलेक्ट्रेट के विभिन्न अनुभाग प्रभारी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने किया।

 

नवम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एवं राज योग शिविर का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ।”हर घर योग,,-: अविनाश कृष्ण सिंह।

संवाददाता सुनील कुमार यादव माधव संदेश मैनपुरी
(मैनपुरी) 20 जून, 2023- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने नवम् अंतरर्राष्ट्रीय योग दिवस के तहत आयोजित ’’हर घर योग’’ सप्ताह के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित राजयोग शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि तनाव से मुक्ति पाने के लिए जीवन में योग को अपनाना होगा, राजयोग की क्रिया से मन को प्रसन्न रखना होगा, असाध्य बीमारियों से बचने, निःरोगी रहने के लिए नियमित रुप से योग से जुड़ना होगा, योग-साधना शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने की सबसे प्राचीनतम पद्धति है, योग को अपनाकर ऋषि-मुनियों ने लंबा जीवन, निःरोगी काया के साथ जिये है। उन्होंने कहा कि राजयोग अंतरजगत की ओर की यात्रा है, यह स्वयं को जानने, पहचानने की यात्रा है, राजयोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में से सिर्फ थोड़ा समय निकालकर शांति से बैठकर आत्मनिरीक्षण करने की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में आज हम अपनी जिंदगी से दूर निकल आए हैं, हम अपने मन की शांति, शक्ति को भूल गए हैं, हमारी जड़ें कमजोर होने लगी, हम इधर-उधर के आकर्षणों में फंसने लगे और यहीं से हम तनाव महसूस करने लगते हैं, तनाव आत्मा, मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को असंतुलित कर हमें बीमारियों में जकड़ लेता है, इन सबसे बचने के लिए राजयोग एक ऐसा योग है, जिसे हर कोई कर सकता है, इसमें कोई धार्मिक प्रक्रिया या मंत्र आदि नहीं है, इसे कहीं भी और किसी भी समय किया जा सकता है, राजयोग को आंखें खोल कर भी किया जाता है इसलिए यह अभ्यास सरल और आसान है, राजयोग हमें आध्यात्मिक जागृति के साथ व्यर्थ और नकारात्मक भाव से दूर कर हमारे अंदर अच्छे और सकारात्मक विचार उत्पन्न की शक्ति प्रदान करता है।

         राजयोग शिविर की अध्यक्षता कर रहीं प्रजापति बृम्हा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बी.के. आवन्ती दीदी ने राजयोग के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि नियमित राजयोग करने से मन को स्थिरता मिलती है, मन-मस्तिक में शांति, प्रसन्नता का भाव जागृत होता है, मन-मस्तिष्क के प्रसन्न रहने से तमाम प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जीवन में शांति, प्रसन्नता आवश्यक है यदि मन शांत होगा तो जीवन में परेशानियां कम होंगी, तनाव भी महसूस नहीं होगा, मन को शांत रखने के लिए नियमित रूप से राजयोग को अपनाना होगा। उन्होने कहा कि राजयोग एक स्वः उपचार प्रक्रिया है, इसका अभ्यास करने से आंखेे पूरी तरह से नयी दुनियां के लिए खुलती हैं, आंत्रिक दुनियां, हमारी निष्क्रिय आंत्रिक ऊर्जाओं को शक्तियों के रूप में सक्रिय करने का सशक्त माध्यम है।
         बी.के. शिल्पी, बी.के. शिवानी बहन ने राजयोग करने की विधि को विस्तार पूर्वक बताया, इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर नवोदिता शर्मा, राजस्व अधिकारी नरेन्द्र कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी श्यामलाल जायसवाल, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी मयंक शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद््दीन अंसारी, अग्रणी जिला प्रबन्धक अनिल प्रकाश तिवारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रशांत कुमार, जिला आबकारी अधिकारी दिनेश कुमार, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी महेन्द्र कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सनिल द्विवेदी, प्रशासनिक अधिकारी हरेन्द्र सिंह, कलेक्ट्रेट के विभिन्न अनुभाग प्रभारी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने किया।
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