48 घंटे में खतरे के निशान के पार हुआ घाघरा और रोहिन का पानी, Gorakhpur में हुए बाढ़ जैसे हालात
वैश्विक महामारी कोरोना के खौफ से निजात की उम्मीद लिए लोगों को खतरे का निशान पार कर रही नदियां दहशत में डाल रही हैं. नदियों के खतरे के निशान पार करने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है.
रोहिन भी खतरे के निशान को पार कर लगातार बढ़ रही है. गोरखपुर में 134 किलोमीटर ट्रैवेल करने वाली राप्ती भी खतरे के निशान को पार करने को आतुर दिख रही है.राप्ती नदी बर्डघाट पर खतरा बिंदु 74.98 आरएल मीटर से 0.34 मीटर नीचे 74.640 आरएल मीटर पर बह रही है.
कुआनो नदी मुखलिसपुर में खतरा बिंदु 78.65 आरएल मीटर से 1.49 आरएल मीटर नीचे 77.160 पर बह रही है. गोर्रा नदी पिण्डरा खतरा बिंदु 70.50 आरएल मीटर से 0.65 आरएल मीटर नीचे 69.850 पर बह रही है. वर्तमान समय में 7 गांव में बाढ़ की वजह से आवागमन बाधित हो गया है.