डिप्रेशन की समय से जूझ रहे हैं तो एक बार जरुर जान ले इसे जुडी कुछ जरुर बाते
हममे में अधिकतर लोग ऐसे हैं जो लाइफ में कभी न कभी डिप्रेशन के शिकार हुए हैं. यह मानसिक (Mental) तौर से जुड़ा हुआ एक रोग है जिसका यदि समय पर इलाज न कराए जाए तो समय के साथ बढ़ता जाता है और एक समय इतनी निराशा और हताशा आ जाती है कि उसे अपने सामने सिर्फ अंधकार ही नजर आता है.
यह एक ऐसी अवस्था है जब व्यक्ति का मन और दिमाग नेगेटिविटी, चिंता, तनाव और उदासी से भर जाता है और उसकी सोचने समझने की क्षमता खत्म हो जाती है और वह कहीं खोया-खोया रहने लगता है.
डिप्रेशन के प्रकार
1. मेजर डिप्रेशन
अगर आप सप्ताह में हर दूसरे दिन डिप्रेस फील करें तो इसे मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर कहा जाता है. ऐसे में लोग हर दूसरे दिन उदास महसूस करते हैं. आत्महत्या के विचार और हर वक्त हारा हुआ जैसा महसूस करना लगता है. अगर इनमें से 5 लक्षण भी आपमें हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें.
2. मेलानकॉलिक डिप्रेशन
यदि आपको मेलानकॉलिक डिप्रेशन (Melancholic Depression) है तो सुबह उठने के ठीक बाद आपमें मेजर डिप्रेशन के लक्षण नजर आएंगे. यह सेहत के लिए और भी खतरनाक हो सकता है.
3. पर्सिस्टेंट डिप्रेसिव डिसऑर्डर
अगर आप दो साल या उससे अधिक समय से अवसाद में हैं तो आप लगातार परसिसटेंट डिप्रेसिव डिसऑर्डर से पीड़ित हैं. इस डिसऑर्डर में दो स्थितियां होती हैं जिन्हें डिस्टीमिया और क्रोनिक मेजर डिप्रेशन कहा जाता है.
4.बाइपोलर डिसऑर्डर
बाइपोलर डिसऑर्डर में मूड में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. यह भयानक डिप्रेशन का रूप भी ले सकता है. ऐसी स्थिति में मेडिकेशन जरूरी होती है.
5. सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर अक्सर सर्दियों के महीनों में देखने को मिलता है. जबकि गर्मी या अन्य खुशगवार मौसम में इससे राहत रहती है. इन मरीजों को डाक्टर की सलाह के बाद दवाई लेना मददगार साबित होता है और थेरेपी भी हेल्पफुल होती है.