Auraiya News: औरैया में हाड़ कंपाने वाली भीषण ठंड व शीतलहर से सड़कों पर सन्नाटा
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औरैया में हाड़ कंपाने वाली भीषण ठंड व शीतलहर से सड़कों पर सन्नाटा
🔹भीषण ठंड के कारण लोगों का जनजीवन पूरी तरह बदला
🔹बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई गलन, जारी रहेगा सर्दी का सितम,
🔹20 जनवरी तक बंद रहेंगे स्कूल,औरैया में शीत लहर का प्रकोप जारी है।
रिपोर्ट आकाश उर्फ अक्की भईया
औरैया (ब्यूरो)। पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बर्फबारी और चल रही पछुआ हवा से जिले में भारी ठंड पड़ने लगी है। बुधवार को चार डिग्री तापमान रहने से लोग शीतलहर के प्रकोप से परेशान रहे। ऐसे में घर के बाहर लोग ठंड से बचने के लिए दिन में भी अलाव का सहारा लेते नजर आए। भीषण ठंड के कारण लोगों का जनजीवन पूरी तरह बदला दिखा।
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वहीं हाईवे पर छोटे-बड़े वाहन रेंगते नजर आए।जिले में कोहरे और गलन का चक्र टूट नहीं रहा है। लगातार चौथे दिन बुधवार को भी जिले में सुबह से ही शीतलहर का प्रकोप देखने को मिला। वहीं मंगलवार को दिनभर सर्द हवा के कारण गलन बनी रही और दिनभर सूर्य देव के दर्शन भी न सके जिसके आगे अलाव बेअसर रहे। औरैया फिर सबसे सर्द जिला रहा। जिला प्रशासन ने ठंड के प्रकोप को देखते हुए कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को 20 जनवरी तक के लिए छुट्टी के आदेश दिए हैं।
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यहां मंगलवार को को न्यूनतम 5 डिग्री व अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस तापमान था, तो बुधवार को सुबह 4 डिग्री रहा और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। ज्यादातर वाहन होटल, ढाबों व सड़क के किनारे खड़े नजर आए। वहीं ठंडी पछुआ हवा से दिन में भी लोगों का हाल बेहाल रहा। करीब 11 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही ठंडी हवा से कंपकंपी बनी रही।
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वहीं रैन बसेरा में मौजूद जरूरतमंद भीषण सर्दी के कारण दोपहर तक रजाई से बाहर निकलने से बचते रहे।चना, गेहूं, मटर, आलू, टमाटर के लिए मौसम मुफीद है, कोहरा छाने के बाद धूप निकलने से रबी की फसल को फायदा हुआ है। किसानों का कहना है कि कोहरा छाने के कारण रात व सुबह का तापमान गिरने से फसल का अंकुरण अच्छा होगा। दिन का तापमान लगभग अनुकूल रहने से किसी प्रकार के नुकसान की कोई संभावना नहीं है। इस तरह का मौसम इस समय खेती-किसानी के लिए फायदेमंद होता है।
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खासकर चना, गेहूं, मटर, आलू, टमाटर आदि की फसल को सर्दी से फायदा होगा। दूसरी कोहरे के चलते ट्रेनों पर असर जारी रहा। कई ट्रेनें घंटों विलंब से चल रही हैं। अगले तीन दिनों तक जारी रहेगा शीतलहर का सितम।
क्या बोले जिम्मेदार
मौसम विज्ञानी डॉ अनंत कुमार का कहना है कि पहाड़ी इलाकों पर हुई बर्फबारी के बाद चल रही पछुआ हवाओं ने भी ठंड बढ़ा दी है। 22 जनवरी तक शीतलहर प्रचंड रूप में चलती रहेगी। अभी ठंड ऐसे ही बनी रहेगी। पारे में मामूली उतार-चढ़ाव होते रहेंगे। दो दिन ठंड से मामूली राहत के बाद गलन फिर बढ़ सकती है।
डीएम ने गाइड लाइन की जारी
शीत लहर व ठंड से बचाव हेतु क्या करें, क्या न करें
- स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान के लिए समाचार पत्र पढ़ें, रेडियो सुने, एंव टी०वी० देखे ताकि ये पता चल सके कि शीत लहर आने वाली है और सतर्क रहे ।
- शीतलहर से शरीर में गर्माहट बनाये रखने के लिए गर्म पानी और दूसरे गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें ।
- हीटर, ब्लोअर कोयले की अंगीठी आदि जलाते समय थोड़ी खिड़की खोल के रखे, जिससे जहरीली कार्बन मोनो आक्साइड गैस बाहर निकल सकें । सोने से पहले सभी हीटर ब्लोअर, कोयले की अंगीठी आदि को बंद कर के रखें, कमरें में अंगीठी जलानें से जहरीली गैस बननें तथा दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है।
- ठंड के दौरान जानवरों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और पशुशाला को चारों तरफ से ढक कर रखें। शीतलहर के दौरान पशुओं को बांध के रखें। खुले में कदापि न छोड़ें और जानवरों को ठंडा चारा व ठंडा पानी देने से बचें।
- बाहर निकलते समय सिर, चेहरे, हाथ, एवं पैरों को गर्म कपड़े से ढकें ।
- वाहन में रेडियम की पट्टी लगाए जिससे रात के समय सामने से आ रहे वाहन चालक आपके वाहन को आसानी से देख सके।
- जानवरों के गले की रस्सी में भी रेडियम की पट्टी लगाए ताकि रात के समय जानवर यदि रोड पर इधर उधर आ जाए तो वाहन चालक को दिखायी दे सके।
- शराब का सेवन करने से बचे क्योंकि यह आपके शरीर के अन्दरूनी तापमान को गिरा देती है। जो शीत लहर में हानिकारक साबित हो सकती है।
- बच्चो को जलते हुये अलाव के पास अकेला ना छोडे व आग को पानी डालकर अवश्य बुझायें। घर में पानी गर्म करतें समय भी बच्चो का विशेष ध्यान रखें।
- कोहरे में वाहन तेजी से न चलायें।