गोरखपुर थाने में अवैध हिरासत में गोला थानेदार निलंबित
गोरखपुर।
गोला थाने में अवैध रूप से युवक को बैठाने के मामले में एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने गोला थानेदार धर्मेन्द्र कुमार को निलम्बित कर दिया है। वहीं, सीओ गोला अंजनी कुमार पांडेय से स्पष्टीकरण मांगा गया। हालांकि गोला थानेदार की सफाई थी कि मोबाइल लूट के मामले में युवक को बैठाया गया है। जीडी में इसकी लिखापढ़ी न होने पर एसएसपी ने यह कार्रवाई की है। इसी के साथ अन्य थानेदारों को भी हिदायत दी गई है।
दरअसल थानों में अवैध तरीके से लोगों को बैठाकर वसूली का भी खेल भी बड़े पैमाने पर चल रहा है। अगर बात बन गई तो फिर आरोपित भी अलगे दिन थाने से ही छूटकर अपने घर चला जा रहा है। इस तरह की शिकायतों पर शुक्रवार की रात पुलिस के ऑला अधिकारियों ने जिले के विभिन्न थानों का औचक निरीक्षण किया और थाना में रात में मौजूद लोगों के बारे में जानकारी ली। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा दक्षिणांचल के विभिन्न थानों का निरीक्षण करते हुए आधी रात को गोला थाने पहुंचे तो वहां सिंटू नामक एक युवक बैठाया गया था जिसकी जीडी में कहीं एंट्री नहीं थी।
एसएसपी ने फटकार लगाई तो थानेदार ने कहा कि मोबाइल लूट के मामले में पकड़ा गया है पर जीडी में कहीं भी इसका जिक्र न होने पर एसएसपी भड़क गए और वहां से लौटने के बाद उन्होंने गोला थानेदार को निलम्बित कर दिया। उधर, एडीजी अखिल कुमार और डीआईजी जे रवींद्र गौड़ ने भी चिलुआताल और गुलरिहा थाने का निरीक्षण किया हालांकि यहां उन्हें कोई नहीं मिला। अफसरों ने हिदायत दी कि अवैध रूप से किसी को भी रात में थाने पर न रखा जाए। अगर कोई थाना पर है तो उसकी जीडी में लिखा-पढ़ी होनी चाहिए ऐसा न होने पर संबंधित थानेदार के खिलफ कार्रवाई होगी।
केस न दर्ज करने पर भी होगी गोला थानेदार की जांच
गोला से निलम्बित किए गए थानेदार की जांच गाय चोरी के मामले में तीन दिन तक केस न दर्ज करने के मामले में भी होगी। एसएसपी ने बताया कि निलम्बन की कार्रवाई बिना लिखापढ़ी के युवक को बैठाने के मामले में की गई है लेकिन गाय चोरी में देर से मुकदमा लिखने के मामले की भी जांच कराई जा रही है। जांच के आधार पर उसमें भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।