बाजार में सब्जियों के मिजाज तीखे, टमाटर हुआ लाल

*टमाटर 80 रुपए , तोरई 60-70 रुपए

     फोटो:- सब्जी की एक दुकान पर लगी सब्जियां
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   जसवंतनगर(इटावा)। बरसात के मौसम ने अभी दस्तक दी ही है, बावजूद इसके सब्जी बाजार में विभिन्न सब्जियों के भाव एकदम तीखे हो गए हैं। मुश्किल से एक महीने पहले मिट्टी के मोल बिकने वाला टमाटर अब दो चार दिनों से 80 रुपए किलो के भाव तक पंहुच गया है। 
    आलू का भाव भले ही 10-12 रुपए किलो है, वह भी कोल्ड स्टोर के निकले का है, जबकि नया ‘नाथ’ और ‘हल्द्वानी’आलू 25 रुपए से 35 रुपए किलो के भाव पर क्रमशःहै।
  जसवंतनगर इलाके में सर्दियों में टमाटर की पैदावार इतनी जबरदस्त हुई थी कि फरवरी-मार्च और अप्रैल के महीनों में टमाटर 10 रुपए किलो के भाव पर मारा-मारा फिरा था। मंडियों में तब शाम के वक्त तो टमाटर पांच रुपए किलो या 15 रुपए  में दो किलो के भाव पर भी  कोई खरीददार नही था। मई के महीने में यहां टमाटर 15 और 20 रुपए किलो आराम से लोगों को मिला। मगर इधर जून शुरू होते और मध्य जून आते आते और जैसे ही बरसात हुई टमाटर के भाव लाल ताव होने लगे और सोमवार को यहां की मंडी में टमाटर 80 रुपए किलो के भाव पर था।
     सब्जी आढतिया लाल गुलाब और जीशान अहमद ने बताया है  कि क्षेत्रीय किसानों का टमाटर मध्य जून आते-आते बरसात शुरू हो जाने के कारण खेतों में मारा गया। वर्षा ने खेतों में फल -फूल रही टमाटर की पौध बर्बाद कर दी। इसलिए अब यहां का पैदा देशी टमाटर मंडी से पूरी तरह नदारद है। बाहर की मंडियों से टमाटर आ रहा है।
    पहली भारी बरसात ने  हरी सब्जियों लौकी, तोरई, भिंडी, टिंडा आदि को नुकसान पहुंचाया है और 10 – 12रुपए किलो बिकने वाली लौकी अब 30- 40 रुपए किलो है। वह भी अच्छी क्वालिटी में उपलब्ध नहीं है। तोरई का भाव 50 तो 60 रुपए प्रति किलो हो गया है। भिंडी थोड़ी सस्ती है।
    हरा धनिया150रुपए किलो का भाव अभी से छू गया है। यदि बरसात की झड़ी लग गई,तो फिर हरा धनिया 300 के भाव से कम नहीं बिकेगा। हरी मिर्च वैसे ही मई के महीने से तेजी पकड़ी हुई थी और बीच में भाव 30 – 40 रुपए किलो आ गए थे, मगर अब फिर हरी मिर्ची 60-70 तक पहुंच गई है। गोभी कोल्ड स्टोरेज से निकला आ रहा और उसका भाव 100 रुपए किलो से ऊपर है। पत्ता गोभी की क्वालिटी अच्छी नहीं है, फिर भी 30- 40 रुपए किलो बिक रहा है। शिमला मिर्च 60, गाजर 70- 80 ,परवल 70 और बींस160 रुपए किलो के भावों पर बिक रही है।
      हालांकि प्याज सस्ता है और 20 रुपए किलो में उपलब्ध है, मगर क्वालिटी अच्छी नहीं है। खीरा 10 रुपए खूब बिक रहा था ,अब 30 रुपए है। नीबू की नई फसल आने से 50 – 60 रुपए भाव हैं।यहां क्षेत्र में पैदा होने के कारण पालक और बैगन कुछ सस्ते हैं, मगर अभी चल रहे 40 रुपए किलो के भाव लोगों को रास नहीं आ रहे हैं, क्योंकि पालक और बैगन यहां10 या 20 रुपए किलो ही बिकते रहे हैं। मणिपुर मैं हिंसा के कारण 2 महीने से अदरक के भाव 150 और 200 रुपए से नीचे नहीं उतरे हैं।
      यहां की मंडी के आलू व्यवसाई आजाद और पप्पू भाई का कहना है कि सब्जियों में आई  तेजी का असर आने वाले दिनों में कोल्ड स्टोर से निकल रहे आलू पर भी पड़ेगा और आलू के भाव तेज होंगे।
*वेदव्रत गुप्ता
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