टेंपरेचर चार डिग्री से नीचे आया, पूरे दिन धूप के नहीं हुए दर्शन

      *यमुना किनारे के गांवों में सर्दी और ज्यादा       *आलू उत्पादक किसान पाले से चिंतित

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        जसवंतनगर(इटावा)। भीषण सर्दी ने मंगलवार को वायुमंडल का तापमान 4 डिग्री से नीचे तक गिरा दिया और लोगों का जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया। 
     कड़कड़ाती सर्दी और छाए हुए बादलों के चलते पूरे दिन सूर्य देवता के दर्शन भी लोगों को नहीं हुए।कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कि मंगलवार का दिन इस सीजन का सबसे सर्द दिन था।
   बीहड़ इलाके विशेष तौर से यमुना किनारे के गांवों में लोगों द्वारा सबसे सर्द दिन का एहसास किया गया।कछपुरा, फकीरे की मड़ैया , नगला तौर, बाऊथ, तिजौरा, नगला सलहदी गांवों में भीषण सर्दी के चलते लोगों का हाल बेहाल था।
   सुबह से ही कभी पुरवइया और कभी पछुआ हवा लोगों के कानों को बर्फीले तीरों की तरह  चीर रहे थे। गर्म टोपे,कैप और मफलर भी सर्दी रोकने में नाकामयाब थे। हवा चलने से कोहरा रोज की तरह तो नहीं छाया मगर बादलों के कारण मौसम दबाव पूर्ण था। लोगों को साइकिल बाइक और ऑटो चालकों को अपने ऑटो चलाने में परेशानी हो रही थी। इस वजह से सड़कों पर वाहनों की संख्या बहुत ही कम रही ,हाईवे पर बड़े वाहन भी बहुत ही कम संख्या में देखे गए। सबेरे टहलने निकलने वाले भी नाम मात्र को सड़कों पर दिखे।
     आम आदमी तापने के लिए अलावों की शरण ले रहा था। यहां छोटा चौराहा पर लगने वाली मजदूरों की मंडी में सुबह बहुत ही कम संख्या में मजदूर काम की तलाश में आये थे।
     मौसम विशेषज्ञो के अनुसार 10 वर्षों के अंतराल के बाद इटावा जनपद के कस्बों में टेंपरेचर 4 डिग्री या उससे नीचे इस बार गया है किसानों ने बताया है कि रात में उनकी फसलों पर बर्फीले कण यानी पाला पड़ा है, जिससे आलू की फसल को विशेष तौर से नुकसान होने की संभावना है। 
    किसानों ने बताया कि यदि पाला न पड़े और अब बरसात न हो, तो आलू की फसल इस बार बंपर होगी। इस तरह के टेंपरेचर में गेंहू की फसल भी अच्छी बढ़त लेगी, पूरी फरवरी सर्दी रही, तो गेंहू की पैदावार भी अच्छी होगी। सरसों, चना, गन्ना भी अच्छा होगा।
       इस कड़कड़ाती  सर्दी में गरीब वर्ग प्रशासन से बस ज्यादा से ज्यादा अलाव सुलगवाने और गरीबों को सर्दी से बचने के लिए कंबलों के वितरण की मांग कर रहा है। तहसील और नगरपालिका प्रशासन को मानवीय रुख रखते हुए इस और ध्यान देना चाहिए ।
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*वेदव्रत गुप्ता

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