जिला अस्पताल में घूमते निजी अस्पतालों के दलालों की भेंट चढ़ रहे मरीज, पलक झपकते मरीज को भ्रमित कर निजी अस्पतालों में करवाते
भर्ती..
आईटीआई पर संचालित निजी अस्पताल के दलालों ने बुन रखा है जिला अस्पताल में दलालों का जाल, मरीज को इलाज के नाम पर लूटकर बीमार मरीज को छोड़ा राम-भरोसे, तीमारदार परेशान…
2 दिन पूर्व सड़क दुर्घटना में घायल मरीज को जिला अस्पताल से भृमित कर दलाल ने करवाया आईटीआई पर संचालित निजी अस्पताल में भर्ती..
तीमारदार ने रो-रोकर कैमरे पर सुनाई दास्ताँ, कहा सड़क दुर्घटना में घायल पिता को निजी अस्पताल में करवाया था भर्ती, 1 दिन में अस्पताल स्टाफ ने 25000 रुपये का बनाया बिल, जाँच व दवाई के नाम पर करवाया अतिरिक्त खर्च…
जेब खाली होने पर स्थिति गंभीर बताते हुए आगरा के निजी अस्पताल में सेटिंग करके कर रहा था रेफर,गरीब तीमारदार ने आर्थिक स्थिति का दिया हवाला तो गंभीर हालत में ही मरीज को अस्पताल से किया बाहर…
हड़बड़ाए तीमारदार ने मजबूरन सैफई मेड़िकल कॉलेज में करवाया मरीज को भर्ती, तो वहां डॉक्टर ने कही मरीज को अब तक गलत इलाज मिलने की बात…
हैरत की बात यह है कि आईटीआई पर संचालित इस निजी अस्पताल की लापरवाही के चलते हो सकती थी मरीज की मौत…
गौरतलब है डॉक्टर को इंसान भगवान का दर्जा देता है और जब वही भगवान मरीज की आस्था का धंधा कर बैठे तो आखिर यकीन करें भी तो किस पर??
जनपद में दिन ब दिन बढ़ रही निजी अस्पतालों की संख्या,स्वास्थ्य विभाग के चंद अधिकारियों की शह और रहमगुजारी की दम पर धड़ल्ले से मनमानी करते इन अस्पतालों पर कार्यवाही न होने से संचालकों के हौंसले हो रहे बुलन्द,पुख्त सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी अस्पताल संचालक की 10 हजार रुपये की सप्रेम भेंट के एवज में देते हैं संरक्षण, बिना मानकपूर्ती के धड़ल्ले से चल रहे अस्पताल…
पुख्ता साक्ष्यों के साथ अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच बने इस तालमेल में शामिल सभी नुमाइंदों के कुछ खास चेहरे होंगे उजागर मेरे अगले अंक में।