यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर, पानी यमुना घाट तक पहुंचा
इटावा। यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी बनने लगी है। शहर से सटे धूमनपुरा गांव के मंदिर सहित यमुना घाट जलमग्न हो गया। मंदिरांे में लगभग 8 फीट ऊंचाई तक पानी पहुंच चुका है। यमुना के किनारे ग्रामीणांे की फसलंे, खेत खलियान सब जलमग्न हो गए है। जिससे ग्रामीणांे की परेशानी बढ़ गई है। अधिकारी भी ग्रामीणांे को जागरूक कर रहे है।
यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। बुधवार शाम यमुना का शाम छह बजे का 121.39 है। यमुना नदी का खतरे का निशान 121.92 है। वहीं रात आठ बजे चंबल का 110.30 मीटर है। निचले इलाकांे में बड़ा नुकसान होने का अंदेशा जताया जा रहा है। शहर से सटे धूमनपुरा गांव के मंदिर सहित यमुना घाट जलमग्न होे गया है। आसपास स्थित मंदिरांे में लगभग 8 फीट ऊंचाई तक पानी पहुंच गया है। यमुना के किनारे स्थित खेल खलियान, फसलंे व पेड़ बाग जलमग्न हो गए है। मंदिर के पुजारी पं. रामकुमार दीक्षित बताते है कि कल मंदिरांे में पानी नहीं भरा था और हम यहां रूद्राभिषेक शंकर जी का करने के लिए आए है लेकिन जलस्तर बढ़ गया है तो पूजा पाठ बंद हो गया है। चार पांच दिन से लगातार पानी बढ़ रहा हैै। हथिनी कुंड से यदि यह पानी निरंतर छोड़ा जा रहा है तो यहां बाढ़ जैसी स्थिति बन जाएगी। पहले यहां मंदिरांे पर सीढ़ी तक पानी था और अब मंदिरांे के अंदर प्रवेश कर गया है। हम लोग मंदिर की छत पर खड़े है। यदि यह पानी बढ़ता रहा तो कोई गांव खाली करने पड़ सकते है।