ग्राम बाल संरक्षण समितियों के दायित्व बताए

 

बसरेहर, इटावा। मिशन वात्सल्य के अंतर्गत ब्लॉक बाल कल्याण व संरक्षण समिति की बैठक में ग्राम बाल संरक्षण समितियों के दायित्व बताए गए तथा कोविड काल में कोविड या सामान्य मौत से माता-पिता अथवा दोनों को खो देने वाले सभी बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत लाभान्वित कराए जाने की बात कही गई।

जिला प्रोबेशन अधिकारी सूरज सिंह के निर्देशन में ब्लॉक सभागार में पहुंचे बाल संरक्षण अधिकारी सोहन गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजना के अंतर्गत माता-पिता एक अथवा दोनों को खो देने वाले बच्चों को नियमित आर्थिक मदद प्रदान की जा रही है अभी शासन से इस हेतु जिला प्रोबेशन कार्यालय को नया बजट भी प्राप्त हुआ है जिसे नियमानुसार लाभार्थियों को हस्तांतरित कराया जाएगा।

श्री गुप्ता ने कहा कि बेटा बेटी में भेदभाव पूरी तरह खत्म करना होगा। लिंगानुपात की स्थिति अत्यंत बेहतर हो रही है। उन्होंने बच्चों के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न, ट्रैक द मिशन चाइल्ड, किशोर न्याय अधिनियम व जे जे एक्ट पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने लावारिश बच्चों के मिलने व निरूसंतान दंपतियों को दत्तक ग्रहण अधिनियम के अंतर्गत बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया समझाई और बताया कि कारा वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य ने कहा कि कोई भी पात्र बालक या बालिका इस बाल संरक्षण योजना के लाभ से वंचित न रह जाए इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। एसआई अरविंद यादव ने कहा कि बच्चे जन्मजात अपराधी नहीं होते किंतु कुछ परिस्थितियों के कारण वे अपराध कर बैठते हैं। बच्चे यदि अपराध में संलिप्त भी पाए जाते हैं तो भी कभी पुलिस की वर्दी में पूछताछ करने नहीं जाते हैं उनसे सामान्य व्यवहार करने का प्रयास किया जाता है। बैठक में प्रोबेशन कार्यालय से आंकड़ा विश्लेषक उमर मुर्तजा तथा आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सुमन एवं विद्या देवी के अलावा क्षेत्र की तमाम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मौजूद रहीं।

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