कल्पद्रुम महामंडल विधान के समापन पर निकाली गई भव्य रथयात्रा
*आचार्य आदित्य सागर का 25 वा दीक्षा दिवस मना*तीर्थंकर शीतलनाथ के मोक्ष कल्याणक की रही धूम
फोटो:मोक्ष कल्याणक के अवसर पर तीर्थंकर शीतलनाथ भगवान को रथ में विराजमान कर ले जाते श्रद्धालुगण
जसवंतनगर,टाइम्स ब्यूरो।यहां के पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में 10 दिन से चल रहे कल्पद्रुम महामंडल विधान के समापन पर प्रातः कालीन महाअभिषेक, शांतिधारा, पूजन व महाअर्घ्य के बाद विशाल रथ यात्रा यहां नगर की सड़कों पर निकाली गई।
रथ यात्रा में आधा दर्जन घुड़सवार कई बग्घियां व बेन्ड चल रहे थे। जैन मतावलंबी भगवान महावीर स्वामी की जय-जय कार, नमोकर मंत्र के जाप और भजनों के साथ पैदल चल रहे थे। जैन वस्त्रों में सैकड़ों महिलाए भी रथयात्रा में भगवान पर अक्षत वर्षा करती चल रही थीं। पूरे रास्ते जैन युवा जैन भजनों पर थिरकते दिखे।
दो विशाल रथों पर श्री जी को विराजमान किया गया था। इंद्रो द्वारा भगवान का गुणगान किया जा रहा था व चमर डुलाया जा रहा था। रथ यात्रा लुधपुरा जैन मंदिर पहुंच कर पुनः वापस जैन बाजार स्थित जैन मंदिर में संपन्न हुई।
इन रथों में एक पर तीर्थंकर भगवान शीतल नाथ जैन के खबासी के रूप में आराध्य जैन वन स्टॉप वाले और दूसरे मुख्य रथ पर विराजित तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ जी के खवासी महेंद्र जैन, सारथी प्रदीप जैन टेलीकॉम वाले थे। एक इंद्र के रूप में राजकुमार जैन रथ पर चल रहे थे।
इससे पूर्व अध्यात्म योगी आचार्य आदित्य सागर महाराज का 25 वां दीक्षा दिवस बड़ी ही भव्यता और जैनत्व विधि -विधान से मनाया गया ।जिसमें हजारों की संख्या में आगरा, करहल, सिरसागंज, फिरोजाबाद, इटावा, भिंड आदि से श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। सभी ने उनका पाद प्रक्षालन करते उन्हें शास्त्र भेंट किये। शीतलनाथ भगवान के मोक्ष कल्याणक प्रसंग पर आचार्य आदित्य सागर ने बोलते कहा कि मोक्ष कल्याणक,सभी कल्याणको में श्रेष्ठतम है।मोक्ष कल्याणक के उपरांत तीर्थंकर भगवान सिद्धशिला पर विराजमान होते हैं।
कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए चातुर्मास प्रबंध समिति के राजकमल जैन, मनोज जैन, अंकुर जैन, अंकित जैन ,रोहित जैन, विवेक जैन, आशीष जैन, पंकज जैन, अनिल जैन ,मोहित जैन ,अतुल जैन, अनुपम जैन, एकांश जैन, नीरज जैन, तन्मय जैन आदि का अभिन्न सहयोग रहा। उनकी भूरि भूरि प्रशंसा की गई।
~वेदव्रत गुप्ता