मथुरा पुलिस पर लगे गंभीर आरोप वीडियो हुआ वायरल
रिपोर्ट /- प्रताप सिंह
लोकेशन /- मथुरा
मोबाइल नंबर /- 8273787720
मथुरा पुलिस पर लगे गंभीर आरोप वीडियो हुआ वायरल
जनपद मथुरा की थाना हाईवे पुलिस पर एक युवक को फर्जी तरीके से जेल भेजने का मामला प्रकाश में आया है. आरोप है कि 27 अगस्त को घर से उठाए गए युवक को 29 अगस्त को जेल भेज दिया गया और युवक की गिरफ्तारी को घर से काफी दूर दिखाया गया. वहीं युवक से तमंचा और कारतूस भी बरामद दिखाए गए .वहीं युवक को घर से पुलिस द्वारा ले जाने का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है .वही पीड़ित ने पूरे मामले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.
पीड़ित ने जानकारी दी।
जानकारी देते हुए पीड़ित सुरजीत कुमार ने बताया कि मैं थाना हाईवे क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव बिर्जापुर का रहने वाला हूं .मेरा 2 हजार रुपए को लेकर दो युवकों के साथ झगड़ा हुआ था जिनमें से एक का नाम सोनू और एक का नाम नरेंद्र है, उसी विवाद को लेकर उन्होंने शिकायत की है या नहीं की है मुझे जानकारी नहीं है जब झगड़ा हुआ तो आसपास के लोगों ने मामला शांत करा दिया और मैं अपने घर सोने के लिए चला गया .27 तारीख को लगभग रात के 10:00 बजे जब मैं अपने घर में कमरे में सो रहा था पता नहीं क्या मामला बना तीन पुलिसकर्मी मेरे घर आए और उन्होंने मुझे घर से पकड़ लिया और थाने ले गए और उन्होंने मुझे थाने में 27, 28 तारीख को थाने में ही रखा और 29 को जेल भेज दिया और मेरे ऊपर आरोप लगाया गया कि मैं आनंद वन फेस टू में तमंचा रख कर किसी वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहा हूं .इसी आरोप के साथ मुझे जेल भेज दिया गया, जबकि मेरे पास ऐसा कुछ भी नहीं था और ना ही मेरा किसी से कोई विवाद था .मुझे घर से गिरफ्तार किया गया और मुझे आनंदवन दिखाया गया .मैंने इस मामले में देखा कि पुलिस किस तरह से झूठ बोलती है और किस तरह से लोगों को फंसाती है ,पुलिस मासूम लोगों के साथ इस तरह से अत्याचार करती है. मेरे द्वारा इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की गई है क्षेत्र अधिकारी को भी इस संबंध में अवगत कराया गया है. अभी किसी अधिकारी की ओर से कोई आश्वासन नहीं दिया गया है .मामले की जांच चल रही है अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है .यह उसके स्टाफ का मामला है मैं मजदूरी का कार्य करता हूं.
बाइट /- पीड़ित सुरजीत कुमार