सुदिति ग्लोबल एकेडमी में मनाया गया राष्ट्रीय वन शहीद दिवस
इटावा।पूरे भारत में पर्यावरण, वनों और वन्यजीवों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए 11 सितंबर को वन शहीद दिवस मनाया जाता है।यह बात सुदिति ग्लोबल एकेडमी इटावा में आयोजित राष्ट्रीय वन शहीद दिवस के अवसर पर प्रधानाचार्य कमल कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने बताया कि 11 सितंबर 1730 को राजस्थान के तत्कालीन महाराजा ने खेजड़ली गांव के पेड़ों को काटने का आदेश दिया था।चूंकि यहां के विश्नोई समाज के लोग खेजड़ली के पेड़ों को पवित्र मानते थे इसलिए उन्होंने इन्हें काटे जाने का विरोध किया।फलस्वरूप 160 से अधिक लोग मारे गए थे।इसी नरसंहार के उपलक्ष्य में इस दिवस की शुरुआत की गई।
प्रबंधक सतीश यादव ने कहा कि जोखिम भरी ड्यूटी होने के बावजूद मुस्तैदी से सुरक्षा में लगे वन अधिकारी व कर्मचारियों को हम सब सैल्यूट करते हैं।प्रबंध निदेशक मयंक यादव ने कहा कि शिकारियों और वन जीवों के आक्रमण के कारण वनों एवं वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए वन रक्षकों को अपना जीवन बलिदान भी करना पड़ता है। इस दौरान बच्चों ने राष्ट्रीय वन शहीद दिवस से संबंधित द्विपक्षीय संवाद भी किया।