इटावा-भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चलाया गया ईवीएम जागरूकता कार्यक्रम
आगामी विधानसभा मतदान को लेकर इटावा जिले में भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा ईवीएम जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें विपक्षी पार्टियों या अन्य लोगों द्वारा ईवीएम हैक/गड़बड़ी की भ्रांतियां को स्प्ष्ट करने के लिए ईवीएम के साथ वीवीपेट मशीन लगाकर ड्राई रन करके दिखाया जा रहा है। साथ ही इस बार जो नए मतदाता बने हैं, उनको ईवीएम से किस प्रकार से वोटिंग करनी है और ईवीएम में वोट कैसे डाला जाता है। इसके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 1 से 31 दिसंबर तक जागरूक किया जाएगा।
ईवीएम और वीवीपेट मशीन से जागरूकता व भ्रांतियां दूर करने के लिए जनपद की समस्त 6 तहसीलों, 2 मोबाइल वैन व एडीएम कार्यालय में ईवीएम का एक माह जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा है। साथ ही विभिन्न दलों के नेताओं को बुलाकर 5 ईवीएम मशीन से रेंडमली वोटिंग करवाकर उनके मन ईवीएम के प्रति शिकायत दूर करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
एसडीएम सदर राजेश कुमार ने बताया कि ईवीएम, वीवीपेट का डिमांस्ट्रेशन के लिए सभी मुख्यालयों व फील्ड में मोबाइल वैन का प्रयोग भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर किया जा रहा है, जो कि 1 दिसंबर से 31 दिसंबर तक किया जाएगा। वहीं एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। जिससे की वोट बनने से लेकर निर्वाचन संबंधित जानकारियां भी मतदाताओं को उपलब्ध करवाई जा रही है। जैसे वोट कहा बन रहे है, बीएलओ कहा मिलेंगे, इस प्रकार की जानकारियों के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश पर हेल्पलाइन नंबर 1950 भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
एडीओ उदय नारायण सिंह ने इस ईवीएम जारूकता को लेकर बताया है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार समस्त विधानसभाओं की तहसीलों, मोबाइल वैन के माध्यम से जो लोग ईवीएम को लेकर भ्रम की स्तिथि में रहते हैं उनका भ्रम को दूर करने व जो इस बार नए वोटर्स बने हैं, उनको ईवीएम से किस तरह से वोटिंग करनी है उसके बारे में जागरूक करने हेतु यह कार्यक्रम भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर चलाया जा रहा है। साथ ही इस ईवीएम से वोट डालने पर वीवीपैट मशीन में जिस नंबर को वोट दिया जा है वीवीपेट में वही नंबर दिख रहा है, इसकी भी जानकारी दी जा रही है
वही साथ ही जो लोग ईवीएम का प्रशिक्षण सभी केंद्रों पर ले रहे हैं। उनके नाम भी एक रजिस्टर पर दर्ज किए जा रहे हैं, जिससे कि पूरे माह में कितने लोगों ने ईवीएम प्रशिक्षण में रुचि दिखाई इसका भी एक डेटा तैयार किया जा सके।