केला देवी पर मदभागवत कथा में जय जयकार के मध्य हुआ भगवान कृष्ण का जन्म

    *केला त्रिगमा देवी मंदिर पर मदभागवद सप्ताह का आयोजन

फोटो:- प्रवचन करते संजय कुमार मधुकर और जन्मे “वासुदेव कृष्ण” बाल रूप में कथा मंच पर

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      जसवंतनगर (इटावा)। नगर के सिद्ध देवी स्थल “श्री केला त्रिगमा देवी मंदिर” के प्रांगण में चल रही  मदभागवाद कथा में मंगलवार को कारागार में निरुद्ध देवकी ने जैसे ही अपने  आठवें पुत्र के रूप में भगवान कृष्ण को जन्म दिया, तो श्रोता राधे कृष्ण की जय कारों  के साथ उत्साहित हो उठे।
      उल्लेखनीय है कि फाल्गुन माह के अवसर पर  भव्य श्री मदभागवद सप्ताह का आयोजन देवी मंदिर परिसर में किया  गया है।  24 फरवरी से आयोजित इस मदभागवत सप्ताह में चौथे दिन   फिरोजाबाद  से पधारे  सुप्रसिद्ध सरस कथा वाचक आचार्य पंडित संजय कुमार मधुकर जी  ने भाव विभोर होकर कृष्ण जन्म की कथा का रसिक वर्णन किया। 

     कृष्ण जन्म को लेकर भागवत कथा स्थल पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ थी । भजन कीर्तन के साथ लोगों ने नृत्य करते हुए भगवान के जन्म का उत्सव मनाया।

         इस अवसर पर भागवत प्रवचन करते हुए मधुकर जी ने कहा जब भी धरा पर भक्तों को कष्ट होते हैं, भगवान किसी न किसी रूप में  अवश्य ही अवतरित होते हैं ।
कंस के अनाचार अत्याचार से सारी प्रजा परेशान थी और कंस ने अपनी बहन देवकी और  बहनोई वासुदेव को कारागार में डाल दिया था ।उनके 7  बच्चों  को मौत के मुंह में पहुंचा दिया था ।इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने देवकी के गर्भ में आए और जब उन्होंने जन्म लिया, तो कारागार के सारे पहरेदार सो गए । किसी को भी कुछ नहीं पता चला । भगवान कृष्ण  जन्म के बाद  विराट रूप में प्रकट हुए  और बालकृष्ण को नंद के घर पहुंचाने की देवकी और वासुदेव को सलाह दी। इसके बाद भगवान कृष्ण को नंद के घर वासुदेव छोड़ आए।
      केला  देवी पर रोजाना कथा दोपहर 12 बजे से आरंभ होती है और भारी भीड़ जुटती है । अपने प्रवचनों में कहा कि जो व्यक्ति अपने जीवन में एक बार वृंदावन हुआ आता है वह कभी भी नर्क गामी नहीं होता और उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। जब-जब धरा पर आततायियों ने पांव पसारे, भगवान ने किसी न किसी रूप में अवतार धारण किया और अपने भक्तों को उबारा। उन्होंने कहा कि राम और कृष्ण के अवतार इसी वजह से धरती पर हुए थे और उन्होंने रावण और कंस का वध करके धरती को उनसे मुक्त कराया था। 
      यह भागवत कथा अगली 1 मार्च तक चलेगी।2 मार्च को पूर्णआहुति के साथ प्रसाद वितरण होगा। भागवत कथा में परीक्षित के रूप में कल्लू बाबा हैं, जो केला गमा देवी मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं। इस संगीत मय इस भागवत कथा से नगर में धर्म मय माहौल है। 
        इस भागवत कथा में अवनीश कुमार यादव, विनय गुप्ता गोलू , मंगलेश यादव, आत्म कुमार कश्यप, गुंजन सक्सेना, अनुज कुमार कश्यप, ललित कुमार,विष्णु कुशवाहा,रानू सक्सेना, पप्पू यादव आदि विशेष सहयोग कर रहे हैं।
∆वेदव्रत गुप्ता

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