रिश्तेदार ने बंधक बनाकर पांच दिन तक किया दुष्कर्म
चकरनगर, इटावा! बिठौली थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग का अपहरण कर पूर्व ग्राम प्रधान व वर्तमान ग्राम प्रधान के रिश्तेदार ने समीप वर्ती गांव के एक मकान में बंधक बनाकर पांच दिन तक सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस पीड़ित को खोज करने की सलाह देकर टरकाती रही। मुकदमा लिखने पर आरोपितों ने किशोरी को रिहा किया, तो पुलिस सुलहनामा का इंतजार करती रही, बात न बनने पर पुलिस ने अगले दिन एक आरोपित को बचाकर दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गरीब की इज्जत तार तार कर स्वयं की फजीहत बचा ली।
पीड़ित पिता ने आरोप लगाते हुए बताया कि छह दिसंबर शाम करीब सात बजे गांव के ही पूर्व प्रधान ने 15 वर्षीय बेटी का घर के समीप से ही अपहरण कर वर्तमान ग्राम प्रधान के समीपवर्ती गांव निवासी एक रिश्तेदार को जंगल के रास्ते से ले जाकर सौंप दिया। आरोप के मुताबिक उपरोक्त दोनों आरोपितों ने नाबालिक को एक घर में छह दिन तक बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोप के मुताबिक पुलिस पीड़ित को टरकाती रही और ग्रामीणों का दबाव बनने पर 10 दिसंबर को घटना की तहरीर लेकर 12 को अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मुकदमा दर्ज होने की सूचना पर आरोपितों ने किशोरी को मुंह खोलने पर उसका परिवार नष्ट कर देने की धमकी देकर रिहा कर दिया। पिता के मुताबिक पुलिस ने किशोरी को 12 दिसंबर को गांव के समीप से एक अरहर के खेत से बरामद किया और एक दिन तक सुलहनामा का इंतजार किया, तदोपरांत बात न बनने पर 13 को बरामदगी दिखाकर 14 को मेडिकल परीक्षण कराया गया और शुक्रवार को 64 के बयान कराए गए। आरोप के मुताबिक पुलिस ने इसी बीच आरोपित पूर्व ग्राम प्रधान को एक दिन थाने पर बैठालने के उपरांत छोड़ दिया। पिता ने तो यहां तक आरोप लगाया कि पुलिस ने पीड़ित पिता को भी तीन दिन तक थाने कार्यालय में नजर बंद करके रखा और बेटी से बात नहीं होने दी। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस एक आरोपित को बचाना चाहती है, जबकि दोनों ने नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया है।
-मुझे तो 10 को तहरीर दी गई थी, 12 को मुकदमा लिखा गया और 13 को नाबालिग बरामद की गई है। जिसमें एक आरोपित लला का नाम बढ़ा दिया गया है और आगे की कार्रवाई 64 के बयान के बाद की जायेगी। -अलमा अहिरवार, प्रभारी निरीक्षक बिठौली।