64 ऋद्धि विधान के जरिए किया गया, दिगंबर मुनिराजों का गुणगान

*मुनिराज बनने की भावना जागृत * आयोजन में जुटी भीड़

फोटो:- 64 ऋद्धि विधान के अंतर्गत विभिन्न पूजा क्रियाएं संचालित होती
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जसवंतनगर(इटावा)। यहां के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में रविवार को चतुर्दशी पर्व के उपलक्ष में 64 ऋद्धि विधान का आयोजन किया गया। इन विधानों में दिगंबर मुनिराजों की पूजा अर्चना की गई।             इनमे माढ़ना एवं पात्र शुद्धि की क्रियाओं को निकेतन जैन ने प्रारंभ कराया।
   विधान आयोजक राकेश जैन, अरविंद जैन चौधरी परिवार द्वारा  बाहुबली भगवान को  पांडुक शिला पर विराजमान करते हुए दर्जनों की संख्या में इन्द्रो ने भगवान का भक्ति भाव से अभिषेक कर पुण्यार्जन प्राप्त किया। मंगल कलश व जिनवाणी विराजमान करते हुए विनय पाठ के साथ निर्वाण क्षेत्र की पूजा से 64 ऋद्धि विधान आरंभ हुआ। 
    उपस्थित श्रद्धालुओं ने मुनिराजो का गुणगान करते हुए उनके तप, बल,एवं ऋद्धियों को जाना व समझा। भविष्य में मुनिराज बनने की भावना उनको भाई। विधान के अंतर्गत मुनिराज, बुद्धि ऋद्धि, चारण ऋद्धि, विक्रिया ऋद्धि, तप ऋद्धि, बल ऋद्धि,औषधि ऋद्धि, रस ऋद्धि, अक्षीण ऋद्धि आदि की विशेष पूजन की गई।
    कार्यक्रम में राकेश जैन, अरविंद्र जैन, चेतन जैन वर्धमान, निकेतन जैन, शुभम जैन, वैभव जैन,आराध्य जैन, सुरेश जैन,  सुबोध जैन, शैलेंद्र जैन, राजकमल जैन, सम्यक जैन,सुनील जैन टेलीकॉम,नवीन जैन के साथ-साथ महिलाओं में स्नेह लता जैन, लाली जैन, प्रीति जैन, विमलेश जैन, अमिता जैन, मोती रानी जैन, उन्नति जैन, परिणति जैन, स्वाति जैन, नेहा जैन आदि का सहयोग रहा।
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*वेदव्रत गुप्ता
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