संभव अभियान के तहत करें कुपोषण की रोकथाम : जिलाधिकारी
संभव अभियान के तहत करें कुपोषण की रोकथाम : जिलाधिकारी
◾संभव अभियान को गति देने के लिए आंगनवाड़ियों का हुआ अभिमुखीकरण
◾गर्भवतियों की हुई गोदभराई और नन्हें मुन्हों का हुआ अन्नप्राशन
रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
औरैया। जनपद स्थित ब्लॉक सभागार में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा मंगलवार को जून से लेकर सितंबर तक चलने वाले संभव अभियान को गति देने के लिए आंगनवाडी कार्यकत्रियों का अभिमुखीकरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुआ जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने कहा कि गर्भावस्था से लेकर शिशु के जन्म के प्रथम 06 माह (500 दिन) तक शिशु के पोषण एवं स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाये । उन्होंने आंगनवाडी कार्यकत्रियों को 0-5 वर्ष के बच्चों का सही वजन लेकर पोषण ट्रैकर पर फीड करने, मातृत्व पोषण पर माताओं को जागरूक करने एवं 6 माह के बच्चों को सिर्फ स्तनपान एवं 6 माह पश्चत ऊपरी आहार खिलाने आदि बातो पर बल दिया। उन्होंने कुपोषण से बचाव के लिए लाभार्थियों को जागरूक करने के निर्देश दिये । उन्होंने संचारी रोग नियंत्रण पर भी सावधानी बरतने और लोगो को जागरूक करने के लिए निर्देशित किया। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी द्वारा गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की गई एवं 6 माह की उम्र पूरी कर चुके बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया। गर्भवतियों को उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए आयरन की गोली खाने,अतिरिक्त आहार का सेवन करने और दिन में दो घंटे आराम करने की भी सलाह दी गई। पौष्टिक आहार लेने और संस्थागत प्रसव के बारे में बताया गया। साथ ही विशेष रूप से अति कुपोषित व कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन, उपचार व सामुदायिक स्तर पर उनके प्रबंधन के साथ कुपोषण की रोकथाम के लिए व्यवहार परिवर्तन पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में मौजूद मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने आंगनवाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा की स्वच्छता से ही बीमारियों से बचाव होगा और इस कार्य में अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका हैं । जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने कहा की जनजागरूकता और स्वच्छता व्यवहार के जरिये संक्रामक बीमारियों से बचाव का एक माह का विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान जिले में शुरू हो गया है । इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस समेत विभिन्न सहयोगी विभाग और संस्थाएं एक साथ मिल कर बीमारियों से बचाव के कदम उठाएंगी । इसी दौरान 17 जुलाई से 31 जुलाई तक आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीम घर घर जाकर बुखार, कोविड, कुपोषित बच्चों, टीबी, फाइलेरिया और कुष्ठ के मरीजों की सूची भी बनाएंगी। साथ ही संभव अभियान के तहत जुलाई माह को स्तनपान प्रोत्साहन माह के रूप में मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रत्येक सप्ताह स्तनपान से जुड़ी जन जागरूक गतिविधियां की जाएंगी। अगस्त को ऊपरी आहार माह के रूप में मनाया जाएगा। प्रत्येक सप्ताह ऊपरी और अर्ध ठोस आहार के बारे में जागरूक किया जाएगा। सितम्बर में सभी पंजीकृत बच्चों का पुनः वजन किया जाएगा व पोषण ट्रेकर व ई- कवच पर अपडेट किया जाएगा। इसके बाद उनके पोषण स्तर के परिवर्तन का आकलन किया जाएगा।इस दौरान बीडीओ बब्बन प्रसाद मौर्या , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अयाना के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सुनील शर्मा , सीडीपीओ अभिषेक कुमार , अनुपमा , सुधा त्रिपाठी , सीमा चौधरी। संध्या यादव , छाया सहित सहयोगी संस्था यूनिसेफ से नरेंद्र शर्मा और यूपीटीएसयू से राकेश कुमार व विक्रांत सिंह भी मौजूद रहे।