इटावा व्यापारी नेता ने विद्युत विभाग द्वारा लगाए गए मीटर पर उठाए सवाल
व्यापारी नेता ने कहा न्याय पाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा तो खटखटाएंगे
इटावा जनपद में बिध्दुत बिभाग व्दारा आम बिध्दुत उपभोगताओं के यहां लगाये गये विभिन्न पांच क इसम्पनियों के मीटरों की मानक उपकरण व्दारा जांच कराये जाने के सम्बन्ध में
आपको अवगत कराना है कि जब से विभाग व्दारा पुराने मीटर हटा कर नये इलेक्ट्रॉनिक मीटर घरों के बाहर लगाये गये हैं वह तेज गति से चलने के कारण अधिक रीडिंग निकाल रहे हैं. उपभोगता इस शिकायत को लेकर विभाग जाते है उनकी कोई सुनवाई नही होती.
अनन्त अग्रवाल ने इलैक्ट्रॉनिक मीटरों की मानकता पर सवाल उठाते हुऐ कहा कि बाजारों मे अधिकांश प्रतिष्ठानों पर जो मीटर लगे है उनमें अधिक रीडिग आने की शिकायते है तथा घरों मे भी दो किलो वाट के कनेक्शनो के उपभोगता भी इलैक्ट्रिक मीटरो की रीडिंग से संन्तुस्ट नही है.
अनन्त अग्रवाल ने कहा किअधिक तेज गति से भागने की शिकायत वाले दो – तीन मीटरों की जांच लगाये गये विभिन्न कम्पनियों के मीटरों के साथ मानक उपकरण के साथ व्यापार मन्डल, मीडिया कर्मियों व विभाग के सक्षम अधिकारी की उपस्थिति मे कराये जाने की मांग दिनांक 3-8-22 को लिखित रूप से अधीक्षण अभियन्ता व अधिशाषी अभियन्ता से की जा चुकी है. 15 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद वी भाग ने व्यापार मन्डल व्दारा लगाये गये आरोपों के समिति के लिये मीटरों की जांच कराये जाने की कार्यवाही नही की.
अनन्त अग्रवाल ने दिनांक 20 -8-22 को पुन: एक ज्ञापन देकर मांग की कि आम उपभोगताओं व व्यापार मन्डल के आरोप तेज गति से भाग रहे इलेक्ट्रोनिक मीटरों की जांच शीघ्र कराई जाये अन्यथा व्यापार मन्डल यह मानकर कि बिध्दुत बिभाग विना मानकों के मीटर लगवाकर आम बिध्दुत उपभोगताओं के साथ धोखाधडी कर अधिक आर्थिक बसूली कर रहा है. न्याय पाने के लिये बिध्दुत विभाग के एक जनहित याचिका दायर कर लगाये गये मीटरों की स्थिति का पर्दाफाश करायेगा.
अगर बिध्दुत विभाग ने व्यापार मन्डल के आरोपो पर शीघ्र कर्यवाही पदाधिकारियों, मीडिया कर्मियों व सक्षम अधिकारी कई उपस्थिति मे जांच नही कराई तो व्यापाल मन्डल एक बडा प्रदर्शन करेगा. लगाये गये इलैक्ट्रॉनिक मीटरो की जांच होना अति आवश्यक है.