विटामिन ‘ए’ संपूर्ण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ*
जनपद में 2 लाख 3 हजार 496 बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ए की दवा,
*विटामिन ‘ए’ संपूर्ण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ*
● जनपद में 2 लाख 3 हजार 496 बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ए की दवा,
इटावा। इटावा जनपद के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों पर बुधवार को 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाने के लिए विटामिन ए संपूर्ण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ०गौरव त्रिपाठी ने 5 वर्षीय बच्चे को दवा पिलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और कहा कि बच्चों की अच्छी प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए विटामिन ए बहुत ही आवश्यक है। इसीलिए बच्चों को समय-समय पर विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलाएं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ श्रीनिवास ने बताया कि 2 लाख 3 हजार 496 बच्चों को विटामिन’ए’ पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह साल में दो बार चलाया जाता है। अभियान का पहला चरण अगस्त में चलाया जा रहा है जिसके तहत 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को आयरन और विटामिन ए के साथ कई बीमारियों से बचाने के लिए इस अभियान के तहत विटामिन ए आयरन सिरप बच्चों को पिलाया जाएगा। डॉ श्रीनिवास ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए भेज दी गई है।
*क्यों पिलाएं विटामिन ए की दवा ?*
जिला अस्पताल बाल रोग विशेषज्ञ डॉ०पी के गुप्ता ने बताया कि शारीरिक विकास के लिए विटामिन ‘ए’की महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसीलिए सरकार द्वारा समय-समय पर बच्चों को यह खुराक निशुल्क पिलाई जाती है। जिससे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रहे और उनका शारीरिक विकास सही हो।
उन्होंने बताया कि दांत, हड्डियां,त्वचा और नरम ऊतक को स्वस्थ रखने साथ ही आंखों को ठीक तरह से कार्य करने में विटामिन ए की जरूरत होती है। इसीलिए विटामिन ‘ए’ एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के कारण प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है जिससे बच्चे बीमारी से दूर रहते हैं इसकी कमी होने पर बच्चे को बार-बार इंफेक्शन होता है और उसका विकास भी बाधित होता है। डॉ०गुप्ता ने बताया कि विटामिन ए की कमी के कारण आंखों और त्वचा संबंधी रोग भी जल्दी होते हैं इसीलिए विटामिन ए की यह खुराक सभी माता पिता अपने बच्चे को अवश्य पिलाएं।