तो शिंजो आबे नहीं बल्कि ये शख्स था तेत्सुया यामागामी का टारगेट, पुलिस की पूछताछ में हुए कई बड़े खुलासे
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।हमलावर 40 साल के तेत्सुयू यामागामी ने शिंजो आबे पर दो गोलियां चलाई थीं। एक गोली उनकी छाती पर लगी तो दूसरी गर्दन पर लगी थी। जिस बंदूक से आबे पर हमला किया गया है, वो एक होममेड हथियार है।
यामागामी ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि वह एक धार्मिक संगठन के लीडर पर हमला करना चाहता था। हमलावर का दावा है कि धार्मिक लीडर ने उसकी मां के साथ धोखेबाजी की थी। जिस बंदूक से आबे पर हमला किया गया है, वो एक होममेड हथियार है।
इसे डक्ट टेप और पाइप्स को मिलाकर तैयार किया गया था।यामागामी, उसी नारा सिटी का रहने वाला था जहां पर आबे पर हमला हुआ।यामागामी का मानना था कि पूर्व पीएम आबे ने उस संगठन को देश में प्रमोट किया था। इसे देखते हुए उसने आबे की हत्या की योजना बनाई। वो साल 2005 तक जापान की नेवी का हिस्सा था।
जापान के पीएम फुमियो कीशिदा ने कहा है कि ये हमला बर्बर है और हत्यारे को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल देसी बंदूक बरामद कर ली और बाद में उसके अपार्टमेंट में कई बंदूकें बरामद की गईं। दुनियाभर में विशेषज्ञ हैरान हैं कि कैसे उसे बंदूक हासिल हुई और कैसे उसने पूर्व पीएम पर हमला कर दिया।