मौला अली की हुकूमत में कोई इंसान भूखा नहीं सोया -मौलाना जैदी
इटावा। स्थानीय पक्की सराये स्थित बड़े इमामबाड़े में शादाब हसन की ओर से मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस में तमाम लोगों ने भाग लेकर गमे हुसैन मनाया।
मौलाना अनवारुल हसन ज़ैदी इमामे जुमा इटावा ने मजलिस में तकरीर करते हुए कहा मौला अली इंसाफ करते थे इसलिए उन्हें दुश्मने इस्लाम ने शहीद कर दिया। मौला अली की हुकूमत में हर इंसान के साथ इंसाफ किया और उनकी हुकूमत में कोई भूखा नहीं सोया। इमाम हुसैन ने कर्बला में 71 शहीदों की लाखें उठाकर थक गए थे। सबसे आखिर में हुसैन मैदान में गए और ऐसी जंग की कि दुश्मनों की फौज में हड़कम्प मच गया फ़ौज इधर उधर भागने लगे मगर दुश्मनों ने एकराय होकर हुसैन पर तीरों से हमला कर दिया और हुसैन का गला काट कर शहीद कर दिया। इतना ही नहीं हुसैन की लाश पर घोड़े भी दौड़ाए गए। मजलिस में तनवीर हसन, राहिल सगीर ने नोहा ख्वानी की। मजलिस में राहत अक़ील, सईद नक़वी, शावेज़ नक़वी, राहत हुसैन नक़वी, मो. मियां, तहसीन रजा, अश्शू, आदिल अख्तर गुड्डू, सफीर हैदर, सलमान रिज़वी, सलीम रज़ा, जहूर नक़वी, सोनू नक़वी, जीशान हैदर, शब्बर अक़ील सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। अंजुमने हैदरी कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शावेज़ नक़वी ने बताया कि 3 अगस्त दिन जुमेरात को रात 8:30 बजे मधुवन वाटिका के पास टीचर्स कालौनी में अली साबिर के मकान पर मजलिस होगी।