मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को किया गया प्रशिक्षित
मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को किया गया प्रशिक्षि
तीन चरणों में चलेगा मिशन इंद्रधनुष अभियान, पहला चरण सात अगस्त से
इटावा 15,जुलाई,2023।
जिले में टीकाकरण से वंचित व बचे हुए शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती के टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष 5.0 के लिए शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शहर के एक होटल में किया गया। कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक व कर्मियों का संवेदीकरण किया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ श्रीनिवास ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला में मिशन इंद्रधनुष 5.0 को सफल बनाने के लिए जनपद के सभी ब्लॉक के चिकित्सा अधीक्षक, बीपीएम, बीसीपीएम, प्रतिरक्षण अधिकारी और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का संवेदीकरण किया गया।
डीआईओ ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसका प्रथम चरण सात अगस्त से 12 अगस्त तक, दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर तक और तीसरा चरण नौ से 14 अक्टूबर 2023 तक आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बच्चों को नियमित टीकाकरण के जरिए शून्य से पांच साल में बीसीजी, हेपेटाइटिस, मीजल्स,डिप्थीरिया, पोलियो ,रूबेला व गर्भवती माताओं को टिटनेस, डिप्थीरिया का टीकाकरण किया जाता है।
उन्होंने कहा कि इस टीकाकरण से वंचित बच्चों के लिए ही मिशन इंद्रधनुष का आयोजन किया जा रहा है, जिससे शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा सके। उन्होंने बताया कि बच्चों को जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण बहुत ही आवश्यक होता है, इसीलिए सघन मिशन टीकाकरण अभियान के तहत सरकार द्वारा आयोजित टीकाकरण सत्र में कैंप लगाकर निशुल्क टीकाकरण करवाया जाता है।
डीआईओ ने बताया कि टीकाकरण से वंचित और छूटे हुए शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे और गर्भवती का हेड काउंट सर्वे करवाकर उन्हें चिन्हित करते हुए अभियान के तहत टीकाकरण किया जाएगा और इसकी एंट्री ई-कवच पोर्टल पर की जाएगी।
एक दिवसीय कार्यशाला में स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करते हुए डब्ल्यूएचओ से डॉ. चेतन शर्मा ने बताया कि टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी प्रमुख बिंदुओं पर स्वास्थ्य कर्मियों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण के ई-कवच रिपोर्टिंग के बारे में भी मुख्य रूप से सभी को सभी बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण दिया गया, जिससे टीकाकरण के बाद सही तरह से जिला व ब्लॉक स्तरीय रिपोर्टिंग की जा सके।
कार्यशाला में वीसीसीएम प्रवेश मिश्रा, एडिशनल रिसर्च ऑफिसर राजेंद्र कुमार, यूनिसेफ से अनिल तोमर और अन्य स्वास्थ्य कर्मी और डब्लूएचओ टीम के सदस्य उपस्थित रहे।