गुब्बारों संग सीखा – बच्चे दो ही अच्छे
गुब्बारों संग सीखा – बच्चे दो ही अच्छे
◾सास-बहू-बेटा सम्मेलन में पुरस्कृत किए गए दंपती
◾ब्लॉक अछल्दा और भाग्यनगर में बताए गए सीमित परिवार के फायदे
◾सुरभि व जीतेन्द्र और वंदना व रामानंद को मिला चैंपियन दंपती का पुरस्कार
रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
औरैया। परिवार नियोजन के समस्त साधनों की उपयोगिता बढ़ाने के उद्देश्य से जिले भर में सास बहू बेटा सम्मेलन का आयोजन सभी शहरों व ग्रामीण उप केंद्रों पर किया जा रहा है । परिवार छोटा रहे और जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहें इसमें परिवार नियोजन के साथ- साथ पुरुषों की भागीदारी बेहद अहम है। इसी संदेश को जन-जन तक पहुंचाने व परिवार नियोजन कार्यक्रमों को गति देने के लिए बुधवार को ब्लॉक अछल्दा और ब्लॉक भाग्यनगर के उपकेंद्रों पर सास-बहू-बेटा सम्मेलन का आयोजन कर सीमित परिवार के फायदे बताये गये । दोनों ही ब्लॉक में कुल 100 से भी अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।इस सम्मेलन में एक गुब्बारों का गेम्स भी रखा गया। इसमें दंपति को कई गुब्बारों को एक साथ हवा में उछाल कर सभी गुब्बारों को वापस पकड़ने के लिए कहा गया । सभी गुब्बारों को वापस एक साथ पकड़ना लोगों को कठिन लग रहा था । इस खेल से यह संदेश दिया गया कि परिवार की संख्या अधिक होने पर हम सभी की देखभाल ठीक से नहीं कर सकते । इसलिए छोटा परिवार ही सुख का आधार है । यह समझाते हुए एएनएम पूनम शुक्ला ने बहुत ही सरल भाषा में सबको परिवार नियोजन के बारे में बताया और गुब्बारे से खेल का महत्व भी समझाया। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी निशा कुमारी ने सभी महिलाओं और आए हुए सम्मेलन में सास बहू बेटा तीनों का परिचय करवाया और आशा कमलेश ने सभी को परिवार नियोजन संबंधित उपकरणों की जानकारी दी। एक दूसरे के बारे में विचार सांझा किए जिसके माध्यम से योग्य दम्पति को अपने हिसाब से परिवार को किस तरह नियोजित किया जाये जागरूक किया गया | सम्मेलन के माध्यम से शादी के दो साल बाद बच्चे को जन्म देने के लिए ब्लॉक अछल्दा में सुरभि व जीतेन्द्र और ब्लॉक भाग्यनगर में वंदना व रामानंद को चैंपियन दंपती के रूप में सम्मानित किया गया। ब्लॉक अछल्दा के चिकित्सा अधीक्षक डॉ जीतेन्द्र यादव ने बताया की सम्मेलन में आशा, एएनएम ने परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग करने के लिए लोगों को जागरूक किया। स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर एक वर्ष के दौरान चिह्नित नवविवाहित दंपति को परिवार नियोजन साधन के बारे में परामर्श देते हुए परिवार नियोजन को अपनाने की अपील भी की गयी। उन्होंने बताया -सास, बेटा-बहू सम्मेलन का उद्देश्य सास-बहू और बेटे के मध्य समन्वय और संवाद को बेहतर बनाना है, जिससे वह प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति अपनी अवधारणाओं व व्यवहार में बदलाव ला सकें।ब्लॉक भाग्यनगर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विजय आनंद ने कहा कि छोटा परिवार से ही हम सभी सुखी और सम्पन्न रह सकते है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे परिवार नियोजन कार्यक्रम में हम सबको बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। जिससे हमारा परिवार सुखी रहे और जिससे बच्चा और जच्चा के साथ पूरा परिवार स्वस्थ्य रहे। जनपदीय परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया की जिले में उपकेंद्र स्तर पर आशाओं के माध्यम से सास-बेटा-बहू सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य सास और बहू के मध्य समन्वय एवं संवाद स्थापित कर उनके पारस्परिक अनुभवों के आधार पर परिवार नियोजन कार्यक्रम को रुचिकर बनाना है। खेल व अन्य गतिविधियों के माध्यम से इसे और बेहतर किया जाएगा। ऐसा करने से प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति अपनी अवधारणाओं, व्यवहार एवं विश्वास में बदलाव आएगा। उन्होंने बताया कि परिवार में प्राय सभी निर्णयों में पुरुषों की अहम भूमिका होती है, इसे देखते हुए इस बार सम्मेलन में परिवार के बेटों व बहू को भी शामिल किया गया है।