श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को सांतवे दिन वृन्दावन से पधारी सरस कथा वाचक पूनम शास्त्री
बकेवर इटावा।*नगर स्थित लार्ड मदर स्कूल वाली गली बाबा रावनी वाले स्थान पर आयोजक नेतराम, चांदीलाल के नेतृत्व में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को सांतवे दिन वृन्दावन से पधारी सरस कथा वाचक पूनम शास्त्री का युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष गौरव शर्मा शीलू तथा उनके साथियों द्वारा फूलमाला के साथ साथ सौल, पटिका भेंटकर सम्मान किया।*
*आयोजित कथा में कथावाचक पूनम शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा चुंबक की तरह काम करती है जो मनुष्य के मन को अपनी ओर खींचती है। इसके माध्यम से हमारा मन भगवान से लग जाता है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने मात्र से ही जीव का कल्याण हो जाता है। व्यास जी ने जब भगवत प्राप्ति का ग्रंथ लिखा, तब भागवत नाम दिया गया। बाद में इसे श्रीमद्भागवत नाम दिया गया।*
वहीं सम्मान समारोह के दौरान युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि भगवान के चरणों में जितना समय बीत जाए उतना अच्छा है। संसार में एक-एक पल बहुत कीमती है। जो बीत गया उसे जाने दें। इसलिए जीवन को व्यर्थ में बर्बाद नहीं करना चाहिए। भगवान द्वारा प्रदान किए गए जीवन को भगवान के साथ और भगवान के सत्संग में ही व्यतीत करना चाहिए।
*वहीं नगर के पप्पू तिवारी अंकित पाठक सौभाग्य चतुर्वेदी अनिल चौधरी नवल पाठक प्रदीप चतुर्वेदी रवि अवस्थी सहित अन्य लोगों ने कथावाचक को फूल मालाओं सहित शोल, पटिका भेंट कर सम्मानित किया गया।*