मैनपुरी अजीबो गरीब गांव पहुंचे बच्चे ने बताई पुनर्जन्म की दास्तान

 

पंकज शाक्य
औंछा/मैनपुरी- थाना औंछा क्षेत्र के ग्राम नगला सलेही निवासी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव के पुत्र रोहित कुमार 13 वर्ष की उम्र में गाँव के पास कानपुर ब्रांच की नहर में नहाते वक्त डूब गया था। प्रमोद कुमार के दो बच्चे थे जिसमें रोहित की मृत्यु के बाद प्रमोद की पत्नी ऊषा देवी का उसकी छोटी बेटी कोमल ही उसके जीने का सहारा थी। रोहित प्रमोद का इकलौता पुत्र था जो कक्षा 8 में गाँव मे पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगला सलेही में पढ़ता था। वह अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने शिक्षकों का आज्ञाकारी छात्र था। रोहित की मौत 4/5/2013 को हुई थी। उसकी मौत के 8 वर्ष बाद पास के गाँव नगला अमरसिंह निवासी रामनरेश शंखवार का पुत्र चन्द्रवीर उर्फ छोटू दिनांक 19 अगस्त 2021 को नगला सलेही प्रमोद कुमार के घर आया और अपने माता-पिता व बहन से मिलकर पूर्व जन्म की बाते बताने लगा। छोटू ने जो पुनर्जन्म की बात कही वो सभी सत्य थी। पुनर्जन्म की बात को सुनकर गाँव के लोग एकत्रित हो गये और पुनर्जन्म से सम्बन्धित बाते पूछने लगे। इसी दौरान पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुभाषचन्द्र यादव मोहल्ला क्लास लेकर आ रहे थे। जो भीड़ देखकर प्रमोद के घर पर रुके। तो लड़के ने उनके पैर छूकर उनका नाम लिया। तो यह सुन वह दंग रह गए। लड़के गाँव वाले स्कूल ले गये वहाँ शिक्षकों ने कौन से कक्ष में वह पढ़ता था। तो उसने बता दिया जिससे लड़के द्धारा पुनर्जन्म की बात क्षेत्र में फैल गयी जो चर्चा का विषय बनी हुई है।लड़के के वर्तमान के पिता रामनरेश शंखवार ने बताया कि उसका पुत्र बचपन से ही पुनर्जन्म की बाते करता था और नगला सलेही आने की जिद्द करता था। मगर कहीं उनका बच्चा उनके हाथ से निकल कर पहले जन्म के माता-पिता की तरफ न चला जाये। इस लिए वह नहीं लाये लेकिन बच्चे के बार-बार कहने पर उन्हें मजबूर होना पड़ा और वह उसे लेकर उसके पिछले जन्म के माता पिता से मिलाने आया हूँ।

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