इटावा-हैलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुयेसेना के जवानों को महा विद्यालय में दी गई श्रद्धांजलि
इटावा- कर्म क्षेत्र महाविद्यालय इटावा में आज शिक्षक ,कर्मचारियों,छात्र छात्राओं द्वारा शहीद सीडीएस जरनल विपिन रावत उनकी धर्मपत्नी व अन्य 11 शहीदों को भावभीनी श्रध्दांजलि दी गयी।लेफ्टिनेंट डॉ0सुनील सिंह सेंगर द्वारा बताया गया कि सीडीएस शहीद जरनल विपिन रावत 61 साल की उम्र में भारत के पहले सीडीएस बनाये गए।इनका जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था,इनके पिता भी लेफ्टिनेंट जरनल रहे है ।जरनल रावत ने 1978 में सेना की 11वी गोरखा राइफल की 5 वी बटालियन से सेना में अपना कैरियर शुरू किया था ।चार दशक की सेवा के दौरान जरनल रावत ने एक बिग्रेड कमांडर ,जरनल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ दक्षिणी कमान,सैन्य संचालन निदेशालय
में जरनल स्टाफ आफिसर ग्रेड 2 ,कर्नल सैन्य सचिव और उप सचिव के रूप में कार्य किया है ।जूनियर कमांड विंग में सैन्य सचिव की शाखा और वरिष्ठ प्रशिक्षक भी रहे ।संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का भी हिस्सा रहे और इन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में बहुराष्ट्रीय बिग्रेड की कमान संभाली थी। सेना में आर्मी चीफ से रिटायर होने के उपरांत इनको देश का पहला सीडीएस बनाया गया।
प्राचार्य डॉ महेंद्र सिंह ने कॉलेज के एनसीसी के छात्रों के साथ पुष्प चक्र चढ़ाकर व मौजूद स्टाफ व छात्र छात्राओं से दो मिनट का मौन रखवाकर महाविद्यालय परिवार की ओर से भावभीनी श्रदांजलि अर्पित की।
महाविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर एसएस यादव ,पूर्व प्राचार्य डॉ0ऐके शर्मा,डॉ0ओमकुमारी,लेफ्टिनेंट डॉ0सुनील सेंगर,डॉ रमाकान्त यादव,डॉ0अनिल यादव,डॉ0सुचित्रा वर्मा,डॉ0प्रमोद यादव,डॉ0रमाकान्त,मधुसूदन,पवन कुमार ,दीपक,आशीष पटेल,आलोक पटेल ,तरुण कुमार
सहित मौजूद शिक्षक कर्मचारी व छात्र छात्राओं में शहीद जरनल के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रदांजलि अर्पित की