छात्रांे की परेशानी के बावजूद भी लग रहा तिब्बती बाजार- उदयभान
इटावा। तिब्बती बाजार को शहर में ही जीआईसी हास्टल के पास प्रशासन द्वारा अनुमति देने को लेकर व्यापारीयों का विरोध जायज है क्योंकि व्यापारी जनपद में स्थाई है और उनका ग्राहक से सुख दुःख का रिश्ता होता है व्यापारी हमेशा ग्राहक के काम आता है अगर उसके पास पैसे नहीं है तब भी वह सामान उपलब्ध कराता है और किसान तो फसल पर ही पैसा दे पाता है और माल की गारंटी भी लेता है पैसे भी जायज लेता है। क्या तिब्बती बाजार वाले दो महीने माल बेचकर चले जायेंगे इनके माल की क्या गारंटी है, इनके पास कौन से कंपनी की फ्रेंचाइजी है ये ऑफ सीजन में बचा हुआ माल सस्ता खरीदकर नई पेकिंग कर बेचने का कार्य करते है इनके माल की क्या गारंटी है तिब्बती बाजार की आड़ में स्थानीय व्यापारीयों की पेट पर लात मारनें का काम प्रशासन द्वारा अनुमति देकर किया जा रहा है,इन लोगों का टैक्स व्यवस्था से कोई लेना देना है ,करोड़ों का व्यापार कर ये लोग स्थानीय व्यापारीयों को बर्बाद कर रहे हैं।
तिब्बती बाजार लगने को लेकर जागरूक ग्राहक और सपा के वरिष्ठ नेता उदयभान सिंह यादव ने कहा कि तिब्बती बाजार की अगर प्रशासन अनुमति दे रहा है तब प्रशासन क्या गारंटी लेगा की जनपद वासियों को अच्छा माल मिलेगा, और मूल्य जायज होगा,अगर जरूरत ग्राहक के पास पैसे नहीं है तब वह माल देंगे। किसान को अगली फसल तक के लिए क्या उधार मिल पाएगा।प्रशासन की चाइए जो अस्थाई तौर पर अनुमति दी जा रही है वह न दी जाए और जी आई सी हास्टल में रहने वाले छात्रों को भी आने जाने में हो रही परेशानी का भी ध्यान रखा जाए।