हापुड़ में वकीलांे पर लाठीचार्ज के विरोध मंे इटावा मंे प्रदर्शन
इटावा। हापुड़ में वकीलांे पर लाठीचार्ज के विरोध मंे बार एसोसिएशन और सिविल बार ने संयुक्त रूप से कलेक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस की इस कार्रवाई और वकीलांे पर हुए अन्याय के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया।
सैकड़ांे की संख्या मंे अधिवक्ताआंे ने जिलाधिकारी के कार्यालय पर नारेबाजी करते हुए जिला जज के यहां जाकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए अपनी मांग रखी। सिविल बार एसोसिएशन और बार एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया है। मांगंे पूरी न होने की दश ामंे 3 सितम्बर को बैठक के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। इटावा से अधिवक्ताआंे का एक डेलिगेशन हापुड़ पीड़ित वकीलांे से मुलाकात करेगा।
मंगलवार को जिला हापुड़ में महिला अधिवक्ता के ऊपर मुकदमा दर्ज होने पर वहां के वकीलांे ने इसका हापुड़ कलेक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस और अधिवक्ताआंे के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने महिला और पुरूष अधिवक्ताआंे पर लाठीचार्ज कर दिया, जिसके बाद कई अधिवक्ता इसमंे चोटिल हो गए थे। डीबीए अध्यक्ष बृजेश दुबे ने बताया कि हमारेे अधिवक्ताआंे के ऊपर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया गया जिसमंे हमारे कई अधिवक्ता साथी घायल हो गए है। आरोपी पुलिस कर्मियांे के खिलाफ बर्खास्तगी और इन पर गैंगिस्टर जैसी कार्रवाई भी की जाए। डीबीए महामंत्री राजेश यादव ने बताया कि जिस तरह से पुलिस बर्बरता दिखाई है लगता हैै कि प्रदेश की पुलिस निरंकुश हो गई है। ज्ञापन देने वालांे मंे सत्येन्द्र पाल सिंह, अरविंद सिंह चौहान, विवेक द्विवेदी, राजू यादव, मैराज अली खान, कुलदीप यादव, देवेन्द्र सिंह पाल, मनोज शाक्य, शैलेन्द्र चौहान, राजेश वर्मा, सुभाष चन्द्र, रीना यादव, पदमा मिश्रा, भुवनेश यादव, अरूण राजपूत, सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता व महामंत्री राजेश राजपूत, अश्वनी सिंह, अजीत ऋषिकेश्वर, विवेक दीक्षित सैकड़ो अधिवक्ता मौजूद रहे।