कारपोरेट लुटेरो भारत छोडो! खेती छोडो- किसान मोर्चा
इटावा। संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर अगस्त क्रांति के मौके पर कारपोरेट लुटेरो भारत छोडो! खेती छोडो!! के गगनभेदी नारों के साथ किसान सभा और भारतीय किसान यूनियन टिकैत के सैकडों किसान मजदूरों ने कचहरी पर हंगामी प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन डीएम के माध्यम से प्रेषित किया।
ज्ञापन में एमएसपी की गारण्टी कानून बनाने, किसानो की कर्जा मुक्ति, बिजली निजीकरण बिल वापसी, कारपोरेटपरस्त फसल बीमा रदद कर जलवायु परिवर्तन, बाढ, सूखा, फसलों की बीमारियां आदि के नुकसान की भरपाई के लिए कारगर फसल बीमा योजना लागू करने, बर्बाद फसलों का 70 हजार रू0 एकड मुआवजा, मृत्यु पर 10 लाख रू0, पूरी तरह क्षतिग्रस्त मकानो के लिए 5 लाख रू0 तथा मवेशियों के मौत पर उचित मुआवजा, 10 हजार रू0 माह किसान पेंशन, किसान आंदोलन के फर्जी केसों की वापसी, शहीद किसानो व आश्रितो को मुआवजा, लखीमपुर हत्याकांड के साजिशकर्ता केन्द्रीय राज्यमंत्री की बर्खास्तगी आदि सहित 10 सूत्रीय मांगो का उल्लेख किया गया।
एसकेएम उ0प्र0 समन्वय समिति के सदस्य मुकुट सिंह ने मोदी-योगी सरकारों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी नवउदारवादी कारपोरेटपरस्त नीतियों के कारण लाखों-लाख किसान, मजदूर मध्यम परिवार बदहाली व कंगाली के शिकार है। डबल इंजन की साम्प्रदायक गठजोड सरकार हर मोर्चे पर विफल हुयी है मणिपुर और हरियाणा जैसी घटनाये देश को शर्मसार करने बाली है। इनके पीछे वोट की राजनीति है। एसकेएम का यह दूसरे चरण का आंदोलन आरपार की लडाई लडेगा। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा जुलूस निकाले जायेगे। बीकेयू के जिलाध्यक्ष संजीव यादव, किसान सभा के जिलामंत्री संतोष शाक्य, पूर्व जिलाध्यक्ष नाथूराम यादव, बीकेयू के जिला महामंत्री सुरेन्द्र सिंह मास्टर, डा. मौसम अली भी बोले। विश्राम सिंह यादव, अनिल दीक्षित, अमर सिंह शाक्य, रामबृजेश यादव, लम्बे आदि सैकडो स्त्री पुरूष शामिल हुये। इससे पूर्व किसान सभा कार्यालय से जुलूस कचहरी पहुंचा जहां एसडीएम सदर ने आकर ज्ञापन ग्रहण किया।