प्रधानमंत्री चुप्पी तोडो! मणिपुर के मंत्री को बर्खास्त करो- मुकुट
इटावा। मणिपुर में भीषण हिंसा, महिलाओ को नंगा कर घुमाये जाने-गैंगरेप जैसी घटनाओ के विरोध में किसान सभा, सीटू, खेत मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय प्रतिरोध के तहत इटावा कचहरी पर हंगामी जुलूस निकालकर मा0 राष्ट्रपति को ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया गया। ज्ञापन में मणिपुर में जातीय हिंसा और महिलाओं के साथ दोषियों को दण्डित करने वहां शांति बहाल करने और मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की मांग की गयी।
किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री मुकुट सिंह ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री शांति बहाली मे सबसे बडे बाधक है। वहां भाजपा की डबल इंजन सरकार हिंसा को रोकने में असफल तो साबित हुयी ही है, उल्टा बहुमत समुदाय का वोट हथियाने के चक्कर में पक्षपात कर रही है। वहां अभीतक 160 मौते, 60 हजार लोग घरों से विस्थापित हुये है। हजारो घरों और बस्तियों को दंगाईयों ने आग के हबाले कर दिया है। महिलाओ के यौन शोषण की सैकडो घटनायें घटी है। मणिपुर में संविधान और कानून का राज नही रह गया है।
माकपा जिलामंत्री नाथूराम यादव ने मणिपुर में हिंसा और महिलाओ के साथ घटी महिलाओ को देश और मानवता के लिए शर्मनाक बताया। किसान सभा के राज्य संयुक्त मंत्री और जिलामंत्री संतोष शाक्य ने किसानो मजदूरो को एकजुट होकर मणिपुर जैसी शर्मनाक घटनाओ के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी। सीटू नेता अमर सिंह शाक्य ने घटनाओ पर गहरा क्षोभ प्रकट किया। आशा कर्मचारी यूनियन की प्रदेश महामंत्री संगीता कश्यप ने मणिपुर में महिलाओ के साथ दरिंदगी की निंदा करते हुए कहा कि ”बेटी बचाओ बेटी पढाओ” के प्रधानमंत्री जी का नारा पाखण्ड पूर्ण और दिखावा है। डीवाईएफआई के जिलामंत्री नरेन्द्रशाक्य कार्यवाहक जिलामंत्री मोनू यादव, माकपा शहर मंत्री ओपी सिंह, माकपा नेता प्रेमशंकर यादव, किसान सभा के जिला अध्यक्ष विश्राम सिंह यादव, उपाध्यक्ष रामवरन एवं बैघविश्राम सिंह, जिला संयुक्त मंत्री संतोष राजपूत, राज्य काउंसिलर्स सदस्य रामबृजेश यादव, श्री कृष्ण यादव, यूपीएमएसआरए नेता ज्वाय मुखर्जी, आशा कर्मचारी यूनियन की अध्यक्ष शकुतंला, हरिकुमारी, सुमित्रा आदि ने भी मणिपुर घटना की कडे शब्दो में निंदा की। इससे पूर्व शैला शाक्य ने मार्मिक गीत प्रस्तुत किया। इससे पूर्व किसान सभा के जिला कार्यालय सिविल लाइन से जूलूस गगनभेदी नारे लगाते हुए कचहरी पर पहुंचा।