यमुना की बाढ़ सैकड़ों बीघा खेतों से बहा ले गई सब्जियों की फसलें
Madhav SandeshJuly 19, 2023
फोटो: यमुना के किनारे बसे “सिरसा की मढैया” गांव में बाढ़ से डूबा हुआ एक खेत
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जसवंत नगर (इटावा)। पिछले 2 दिनों के दौरान जसवंतनगर क्षेत्र के कचौरा घाट इलाके में यमुना में आई बाढ़ से किसानों की सैकड़ों बीघा सब्जियों की फसल नष्ट हो गई है।
यमुना के किनारे की, खूबे की मढैया सिरसा की मढैया, कछपुरा आदि गांव हैं। इन गांव के खेतों में मंगलवार दोपहर से बाढ़ का असर होना शुरू हुआ था, जबकि बुधवार को खेतों में 1 से लेकर 2 फुट तक पानी भर गया था। चूंकि कीरतपुर और कछपुरा गांव और वहां के खेत भी ऊंचाई पर हैं। इसलिए इन गांव में खेतों तक पानी इतना नहीं पहुंचा है कि फसलें बर्बाद हो सके।
जानकारी मिली है कि “सिरसा की मढैया” गांव बिल्कुल यमुना के किनारे है और इस गांव के किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन यमुना की तलहटी से लगती है। किसानों ने हाल में ही टमाटर, लौकी ,पालक, धनिया, हरी मिर्च आदि की फसले बोई थी, इनमें से कुछ फसलें उग आई थी। किसान टमाटर , बैगन और मिर्च की पौध कानपुर और आगरा से खरीद कर लाए थे। उन्हें रोपा था ।यमुना की तेज बाढ़ ने यह फसलें डुबो दी या यमुना बहाली गई है। किसान बेहद दुखी देखे गए। सिरसा की मड़ैया गांव निवासी सुघर सिंह राजपूत, रामपकाश राजपूत, भीकम सिंह राजपूत समेत दो दर्जन किसानों के खेत डूब जाने से उनमें रोपी गई और बोई गई सब्जियों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई हैं।
इस गांव के पूर्व प्रधान राजेश यादव ने तहसील प्रशासन से लेखपालों को भेजकर किसानों के हुए नुकसान का उन्हें मुआवजा दिलाने की मांग की है।
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*वेदव्रत गुप्ता
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Madhav SandeshJuly 19, 2023