जीवन को मूल्यवान बनाएं : एआरटीओ अनुशासन से ही जीवन रक्षा: डीआईओएस
जीवन को मूल्यवान बनाएं : एआरटीओ
अनुशासन से ही जीवन रक्षा: डीआईओए
फर्रुखाबाद ब्यूरो चीफ अनुज कुमार की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद (माधव संदेश )सडक़ सुरक्षा पखवाड़ा के अंतर्गत मंगलवार को म्युनिसिपल इंटर कॉलेज फतेहगढ़ में सडक़ सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम किया गया। जिसमें लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम को एआरटीओ प्रशासन वीएन चौधरी, जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र पाल सिंह तथा यातायात प्रभारी रजनेश कुमार तथा म्युनिसिपल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य गिरजा शंकर ने संबोधित किया। छात्रों को संबोधित करते हुए एआरटीओ ने बताया यदि हम अपने जीवन को मूल्यों एवं संवेदनशीलता के साथ जिएंगे तो किसी भी स्थिति में दुर्घटना नहीं हो पाएगी। मूल्यों के साथ जीवन जीने से हम अच्छे समाज एवं देश का निर्माण करते हैं। जब हम जीवन के प्रति संवेदनशील होते हैं तो किसी अन्य व्यक्ति की जान की चिंता करते हैं। अत: हम सभी को संवेदनशीलता के साथ यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। छात्रों को संबोधित करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि छात्र जीवन में अनुशासन एक मुख्य भूमिका निभाता है यदि हम अपने जीवन को अनुशासित रूप से जिएंगे तो सडक़ दुर्घटना दुर्घटनाएं रुक जायेंगी। सडक़ पर यातायात नियमों का पालन एक अनुशासन का विषय है, जिस पर सभी को अमल करना चाहिए। यातायात प्रभारी रजनेश कुमार ने छात्रों को वाहन चलाते समय हेलमेट एवं सीट बेल्ट का प्रयोग करने, बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन न चलाने, गलत दिशा में वाहन ना चलाने आदि के बारे में व्यावहारिक उदाहरण के साथ समझाया। म्युनिसिपल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने कहा की एनसीसी का मोटो एकता और अनुशासन है। अनुशासन के माध्यम से छात्रों को अपने तथा समाज के जीवन की रक्षा करनी चाहिए। एआरटीओ प्रशासन वीएन चौधरी द्वारा एआरटीओ कार्यालय में बस, ट्रक, ऑटो, ई-रिक्शा के चालको एवं पदाधिकारियों के साथ सडक़ सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा उनको बताया गया कि चालक एवं उसके आश्रितों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5 लाख रूपए का बीमा प्रदान किया जाता है। इसके अतिरिक्त चालकों को सुरक्षित वाहन चलाने एवं यातायात के नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित किया गया। संभागीय निरीक्षक प्राविधिक जीवन कुमार द्वारा सभी प्रतिभागियों को वाहन की नियमित रूप से जांच कराने एवं फिटनेस जांच हेतु जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में 42 चालक उपस्थित रहे।