इटावा! पावन तपोभूमि पर सरसईनावर स्तिथ हजारी महादेव मंदिर की पांडवों ने अज्ञातवास के समय स्थापना की थी

सावन के महीने में विशेष महत्त्व के कारण यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है

ताखा तहसील के सरसई नावर में स्थिति प्राचीन हजारी महादेव मंदिर शिव भक्तों का प्रमुख आस्था का केंद्र है

महाभारत कालीन इस मंदिर में एक हजार शिवलिंग है इसके कारण ही हजारी महादेव के नाम से जाना जाता है क्षेत्र के लोगों के लिए विशेष आस्था का केंद्र है

देश भर से श्रद्धालु यहां पर भगवान के दर्शन के लिये पूजा अर्चन के लिए महाशिवरात्रि के अलावा सावन में भी आते हैं

यहां पर पांडवों ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तपस्या की थी पूजा का फल प्राप्त करने के लिए उनके द्वारा हजारी महादेव के दिव्य शिवलिंग की स्थापना की गई थी

मंदिर से जुड़े अवशेष के आधार पर पुरातत्व विभाग ने भी इस मंदिर को महाभारत कालीन माना है पिछले कई वर्षों में मंदिर और भी ज्यादा भव्य हुआ है

प्राचीन पीपल का पेड हजारी महादेव मंदिर परिसर में गर्भ ग्रह के सामने एक प्राचीन पीपल का पेड़ है लोगों की मानें तो यह पेड़ हजारों वर्ष पुराना है लेकिन यह देखने में दो- तीन वर्ष से ज्यादा पुराना नहीं दिखता है

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