हिंदी साहित्य में फिरोजाबाद जनपद के साहित्यकारों का योगदान विषय पर आयोजित हुई संगोष्ठी
संवाद न्यूज माधव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट रीना खान फिरोजाबाद। हिंदी साहित्य में फिरोजाबाद जनपद के साहित्यकारों का योगदान विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन हिंदुस्तानी अकैडमी उत्तर प्रदेश प्रयागराज एवं महात्मा गांधी महाविद्यालय पी.जी. कॉलेज के तत्वावधान में किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्रथम सत्र में वक्ताओं ने कहा कि फिरोजाबाद में एक से एक बड़े साहित्यकार ने जन्म लिया है। फिरोजाबाद जन्मभूमि कबीरा या चंद्रसेन की राजधानी चंद्रसेन नगर के समय से जानी जाती थी, लेकिन आज फिरोजाबाद के नाम से जानी जाती है। हिंदी साहित्य में फिरोजाबाद के साहित्यकारों का योगदान विशेष रहा है। वही डॉक्टर रामसनेही लाल शर्मा ने बताया कबीर की वाणी की बात ही कुछ अलग है। जब साहित्यकार लिखने पर आता है, तो मां सरस्वती उनके अंर्तमन विद्वान हो जाती है।कार्यक्रम में हिंदी विभाग अध्यक्ष संध्या द्विवेदी द्वारा कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का मूमेंटो देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन एकता सिंह चैहान एवं गौरव गाफिल द्वारा किया गया। इस दौरान मंचासीन हिंदी विभाग अध्यक्ष डॉ संजय द्विवेदी, प्राचार्य डॉ अंजू शर्मा, सचिव अनिल उपाध्याय,बीज वक्तव्य डॉक्टर रामसनेही शर्मा यायावर, विशिष्ट अतिथि हिंदुस्तानी अकैडमी प्रयागराज सचिव देवेंद्र प्रताप, कोषाध्यक्ष दुर्गेश कुमार, महापौर कामिनी राठौर के अलावा साहित्य पुरोधा श्रीधर पाठक, श्रीराम शर्मा, बनारसीदास चतुर्वेदी, आदि मौजूद रहे।