लेखपाल के सत्यापन व भूमि अंकन की गड़बड़ी से हजारों किसान सम्मान निधि से रह गए वंचित 

ऐहार ग्राम पंचायत के सैकड़ों किसान सम्मान निधि की 12वी किस्त से वंचित

माधव संदेश/ संवाददाता रायबरेली 

लालगंज रायबरेली=डलमऊ तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत ऐहार के सैकड़ों किसान 12वी किस्त से वंचित रह गए सरकार की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि तहसील डलमऊ के कर्मचारियों व लेखपाल की लापरवाही से डलमऊ ब्लाक के हजारों किसानों के सम्मान निधि की 12वीं किस्त खाते में नहीं पहुंच पाई है जिससे किसान दर-दर भटक रहा है उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है

उल्लेखनीय है कि किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त 17 अक्टूबर को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा जारी होने के बाद भी डलमऊ ब्लाक में किसानों को सम्मान निधि नहीं मिल पाई है इसकी शिकायत पर जिला अधिकारी महोदय माला श्रीवास्तव के निर्देश पर डलमऊ ब्लाक के बीज भंडार में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई कंट्रोल रूम से जानकारी ली गई तो मालूम पड़ा कि लगभग 200 किसानों ने अभी तक अपने प्रपत्र जमा किए हैं जिनकी भूमि होने के बावजूद भी तहसील कर्मियों की लापरवाही से भूमि अंक अनसुनी कर दिया गया है जिससे किसानों की 12वी किस्त खाते में नहीं पहुंच पाई है राजकीय बीज भंडार प्रभारी आदित्य कुमार ने बताया कि कंट्रोल में कंट्रोल रूम में अब तक लगभग 200 किसानों ने अपने किसानों ने स्टेटस , खतौनी व आधार के साथ जमा किया है जिसको प्रतिदिन आने वाली शिकायतों का एक्सेल बनाकर जिले में भेज दिया जा रहा है और जल्द ही किसानों को भूमि अंकन करा कर उनकी किस्त जारी कराई जाएगी। डलमऊ तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत ऐहार के सैकड़ों किसान लेखपाल द्वारा कृषक सत्यापन में भूलेख अंकन नहीं किए जाने से आक्रोशित है। किसानों ने बताया कि लेखपाल किसानों से ना तो मुलाकात की और ना ही फोन पर किसी प्रकार का संपर्क किया गया। जिसकी वजह से किसान योजना से वंचित रह गए किसानों ने बताया की ईकेवाईसी करा कर भी हल्का लेखपाल करुणेश मौर्या ने भूमि अंकन में लापरवाही किया सभी को लैंड सीलिंग में छोड़ दिया जिससे किसानों को पीएम किसान की मिलने वाली 12वीं किस्त से वंचित रहना पड़ा किसानों ने बताया की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो लेखपाल के खिलाफ सभी किसान धरना प्रदर्शन पर उतरने को मजबूर होंगे और साथ ही इसकी शिकायत जिलाधिकारी से भी किया है। रामकली,राम दुलारे,पुत्ती लाल,संपता, रामकली,पुनीत सैनी,रमेशकुमार ,छविनाथ, जगदीश,रजऊ,पप्पू सैनी ,रामकृष्ण,केशन लाल, जयलाल,राम बहादुर,शिवबरन कुशवाहा सहित सैकड़ों किसान लेखपाल के खिलाफ आक्रोशित हैं।

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