यम की फांस से मुक्ति का पर्व है यम द्वितीया

लोकेशन /- मथुरा।रिपोर्ट /- प्रताप सिंह।मोबाइल नंबर /- 8273787720

मथुरा। भाई दूज का त्योहार रक्षाबंधन की तरह भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। इसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन यम की फांस से मुक्ति के लिए भाई-बहन यमुना में हाथ पकड़कर डुबकी लगाते हैं। घरों पर बहनें भाइयों को तिलक लगा उनकी लंबी उम्र, अच्छी सेहत, सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।

एंकर मथुरा के यमुना घाट पर यम द्वितीया पर साथ स्नान करने वाले भाई बहन की लगी भीड़ भाई बहन ने मिलकर किए स्नान कोरोना पर भारी रही आस्था सुरक्षा की दृष्टि से भी किए गए थे समुचित इंतजाम बहनों ने भाई को टीका लगाकर मांगी लंबी उम्र की दुआ।

हम आपको बताते चलें भाई एवं भाई के परिवार की सलामती का त्यौहार माना जाता है भैया दौज।भैया दौज पर मथुरा में यमुना स्नान का एक विशेष महत्व है ऐसी मान्यता है कि भैया दूज के दिन श्री यमुना जी में भाई बहन द्वारा एक दूसरे का हाथ पकड़ कर गोता लगाकर स्नान करने से मृत्यु के उपरांत यम यातनाओं से मुक्ति मिल जाती है। इसी आस्था को लेकर आज मथुरा के विश्राम घाट पर भाई-बहन के पवित्र बंधन भैया दूज पर स्नान किया गया स्नान के उपरांत बहन अपने भाई के माथे पर टीका लगाकर श्री यमुना जी से प्रार्थना करती है कि मेरा भाई और मेरे भाई का परिवार आपकी कृपा से हमेशा सलामत रहे।

मथुरा के विश्राम घाट पर हजारों की संख्या में आज भाई बहनों ने यमुना में स्नान किया गया । मथुरा ही नहीं अपितु भिन्न भिन्न राज्यों से लोग स्नानादि के लिए मथुरा आए । वही नगर निगम के द्वारा भी समुचित व्यवस्थाएं की गई नावों के साथ-साथ गोताखोरों को भी लगाया गया वही बैरी कटिंग कराई गई जिससे कोई भी श्रद्धालु अंदर ना जा सके वही पुलिस की व्यवस्थाएं भी बारीकी से की गई यम द्वितीया के पर्व के बारे में अधिक जानकारी देते हुए यमुना महारानी की पुजारिन और यमराज मंदिर के पुजारी ने जानकारी दी।

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