यहाँ जानिए आखिर क्यों हो रही हैं भारत को रूस से मिलने वाले एस-400 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम की इतनी चर्चा
रूस ने भारत को एस-400 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी समय से पहले शुरू कर दी है. रूस की हथियार निर्माता कंपनी रोसोबोरोन एक्सपोर्ट के प्रमुख अलेक्ज़ेंडर मिखयेव ने ये जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि रूस पहले ही भारतीय विशेषज्ञों को एस-400 सिस्टम चलाने के लिए प्रशिक्षित कर चुका है. उन्होंने कहा, “रेजिमेंट सेट का संचालन करने वाले भारतीय विशेषज्ञ अपना प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं.”
उन्होंने कहा है कि एस-400 सतह से हवा में मारने वाली मिसाइल प्रणाली है जिसका पहला रेजिमेंट सेट इस साल के अंत तक भारत को दिया जाएगा.
साल 2018 में भारत ने रूस से पाँच एस-400 मिसाइल सिस्टम ख़रीदने के सौदे पर हामी भरी थी. एस-400 रूस का बेहद आधुनिक मिसाइल सिस्टम है.
इसकी तुलना अमेरिका के बेहतरीन पैट्रिअट मिसाइल एयर डिफ़ेंस सिस्टम से होती है. भारत और रूस के बीच से सौदा 5.43 अरब डॉलर में हुआ था.
यह वही मिसाइल सिस्टम है, जिसका सौदा करने पर ट्रंप प्रशासन ने दिसंबर, 2020 में तुर्की पर प्रतिबंध लगा दिया था. अमेरिका ने भारत और रूस के बीच हुए सौदे पर भी सवाल उठाए थे.एस-400 को दुनिया का बेहद प्रभावी एयर डिफेंस सिस्टम माना जाता है. यह दुश्मनों के मिसाइल हमले को रोकने का काम करता है.