हेतराम मित्तल को दुग्ध,मधु,गंगाजल से अभिषेक कर महामंडलेश्वर पद के लिए अभिषेक किया
“सन्त समागम एवं महामंडलेश्वर सुशोभन समारोह, ईष्टिकापुरी (इटावा)”
“श्रेष्ठतम, पवित्रतम एवं ज्ञान गंगा के विलक्षण कार्यक्रम की झलकियाँ”
ईष्टिकापुरी (इटावा) में स्थित प्राचीनतम सिद्ध पीठ “माँ काली वाँ” के मन्दिर में माता जी की कृपा से,माँ को साक्षी मानकर अनन्त विभूषित,महाभाग ,ईष्ट छत्रधारी,शिवनेत्र,विधिज्ञ,आचार्यमंडलेश्वर ,श्री श्री 1008 बालयोगी अलखनाथ जी महाराज (सिद्ध योग मठ अखाड़ा,प्राचीनतम गद्दी)ने विधिवत मंत्रोच्चार के साथ ज्योतिष के प्रकाण्ड विद्वान आदरणीय श्री हेतराम मित्तल को दुग्ध,मधु,गंगाजल से अभिषेक कर “महामंडलेश्वर” पद के लिए अभिषेक किय।इस अवसर पर विश्व हिन्दू महासंघ के राष्ट्रीय संगठनमन्त्री योगी राजकुमारनाथ जी,व कोठारी शिशुपालनाथ जी महाराज विशेष रूप से उपस्थित थे।
तत्पश्चात माया मैरिज हाल में एक भव्य सन्त समागम एवं महामंडलेश्वर सुशोभन समारोह का आयोजन किया गया।आचार्यमंडलेश्वर ,श्री श्री 1008 बालयोगी अलखनाथ जी महाराज ने दीप प्रज्वलित कर उपस्थित जनसमूह को अंधकार रूपी अवगुणों को त्यागकर प्रकाश रूपी गुणों को अपने जीवन में ढालनेका आह्वान किया।
प्रतिष्ठित मंच को सर्वश्री स्वामी रामदेव जी महाराज (गद्दीनशीन,पंचतीरथी आश्रम,वृंदावन और थानाभवन),आचार्य श्री वैभव आलोणीजी महाराज (बिछुआ,छिंदवाड़ा),स्वामी सुबोधानन्द उदासीन सारस्वतजी महाराज (वृंदावन),राष्ट्रीय ज्योतिष अनुसन्धान संस्थान के अध्यक्ष आचार्य श्री पंकज त्रिवेदी जी महाराज(लक्ष्मण पुरम/ लखनऊ),महामंडलेश्वर ज्योतिषाचार्य श्री हेतराम मित्तल जी महाराज, महामंडलेश्वर ज्योतिषाचार्य श्री सुरेन्द्र शर्मा जी महाराज (बुलन्दशहर), विश्व हिन्दू महासंघ के राष्ट्रीय संगठनमन्त्री योगी राजकुमारनाथ जी,व कोठारी शिशुपालनाथ जी महाराज,योगी अरुणप्रताप जी महाराज(लुधियाना),तपोमूर्ति राजयोगिनी नीलम बहन जी और ज्योति बहन जी (ब्रह्माकुमरीज़,इटावा)ने सुशोभित किया।
राष्ट्रीय ज्योतिष अनुसन्धान संस्थान के अध्यक्ष आचार्य श्री पंकज त्रिवेदीजी महाराज ने आचार्यमंडलेश्वर ,श्री श्री 1008 बालयोगी अलखनाथ जी महाराज (सिद्ध योग मठ अखाड़ा,प्राचीनतम औघड़ गद्दी) और महामंडलेश्वर ज्योतिषाचार्य श्री हेतराम मित्तल जी महाराज को “अवध गौरव सम्मान” से विभूषित किया ।
कार्यक्रम मे उल्लेखनीय उपस्थिति:——पंडित आदित्य कश्यप जी (मुम्बई),आचार्य चरणदास जी (मथुरा),आचार्य कुल सौरभ जी शुक्ला(लखनऊ), श्री अरविंद जी (कैथल),श्री राजेश मित्तल जी,श्री राजेश बंसल जी,श्री प्रवीण जी, श्री राकेश जी, ज्योतिषाचार्य श्री राजीव अग्रवाल जी, श्री भारती दुबे जी, श्रीमती शकुंतला जी, श्रीमती सरोज देवी जी,श्री गोविंद बोबड़े जी, आचार्य सुरेश गाकरे जी, श्री श्याम महोरे जी, श्री दिनेश खरपुसे जी, श्री जितेन्द्र सोनी जी, रिंकल यादव जी,पंडित सागरदास जी महाराज,ऍडवोकेट गजेंद्रपाल सिंह चौधरी ,ऐस्ट्रोलोजर राजीव अग्रवाल,अजय शर्मा, पण्डित महेन्द्र भारती, ऍडवोकेट कौशलेन्द्र तोमर, ऍडवोकेट राहुल पोरवाल, अमित अग्रवाल एवं सैंकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की मुख्य प्रेरणा स्रोत श्रीमती शिखा मित्तल जी का योगदान प्रशंसनीय और सराहनीय रहा। मस्ती और आनन्द का रूप मेहुल मित्तल सभी का प्रिय बन कर आकर्षण का केंद्र बना रहा। जादूगर अंगारा ने अपने जादू से सभी का मनोरंजन कर समाँ बाँध दिया ।