इज्ज़तो शौहरत में ये दौलत तो कमानी पड़ती- रियाज
इटावा। अपना देश सेवा समिति के तत्वावधान में सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन भर्थना चौराहे के समीप शिक्षक अमित कुमार प्रजापति के आवास पर गीतकार सत्यदेव आज़ाद के संयोजन में किया गया। अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष सुभाष चन्द्र बोस ने की। कवि हरिओम विमल ने कहा अस्तु अकेले चलने वालों अंधियारों से मत डरना एक अकेले सूरज के आते दुनिया खिल जाएगी।
रियाज़ इटावी ने अपनी रचना प्रस्तुत की मिलती नहीं है इज्ज़तो शौहरत विरसे में ये दौलत तो यार कमानी पड़ती है। शायर यासीन अंसारी ने कहा फायदा कुछ नहीं बहसो तकरार से, जीते जा सकते हैं सब के दिल प्यार से। गीतकार सत्यदेव सिंह आज़ाद ने बहुत भोली भाली हो तुम गीत प्रस्तुत किया सुहेल अहमद सुहेल ने कलाम पेश किया खोटा सिक्का कब तक चलने वाला है, धीरे धीरे वक़्त बदलने वाला है। इसके अलावा इमरान अंसारी, पंकज यादव, अमित कुमार ने भी अपनी रचनाओं से वाहवाही लूटी।