मोटे अनाजों की महत्ता पर आयोजित संगोष्ठी में विद्यार्थियों ने रखे विचार 

*राज्य विज्ञान संस्थान, प्रयागराज द्वारा आयोजित *हिंदू विद्यालय में जिले के 40 स्कूल पहुंचे

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फोटो:- हिंदू विद्यालय में मोटे अनाजों पर संगोष्ठी चलती हुई संगोष्ठी में भाग लेने वाले बच्चे परीक्षा देते हुए
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जसवंतनगर(इटावा)। वर्ष2023 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा “अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष” “घोषित किए जाने को लेकर यहां के हिंदू विद्यालय इंटर कॉलेज में शनिवार को ‘ राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान,प्रयागराज’ द्वारा जनपद स्तरीय प्रतियोगात्मक विज्ञान संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

     विज्ञान संगोष्ठी में जिले भर के 40 स्कूलों के कक्षा 8 से लेकर10 तक के बच्चों ने प्रतिभाग कर मोटे  अनाजों मक्का, जौ, बाजरा आदि  की  पौष्टिकता पर अपने विचार व्यक्त किए।
    इस संगोष्ठी में कुल मिलाकर 32 बच्चे प्रतिभागी थे ,मगर उनमें से 2 को उनके कक्षा 11 और 12  के विद्यार्थी होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया।
     30 बच्चों, जिनमें 20 लड़कियां थी ,उन्होंने निर्धारित 6 मिनट के समय में मोटे अनाजों के विषय में अपने विचार भाषणों के जरिए प्रस्तुत करते उनके पोषण गुणों तथा इन्हें भोजन में प्रयोग करने से शरीर को होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से अपनी-अपनी तरह बताया। 
    सभी बच्चों ने बाद में  निर्णायक मंडल के सदस्यों द्वारा मौखिक प्रश्न  भी पूछे गए।तदोपरांत इन सभी 30 बच्चों की 20 मिनट की लिखित परीक्षा भी ली गई। 
   परीक्षा में  निष्पक्षता और शुचिता बनाए रखने के लिए हिंदू विद्यालय इंटर कॉलेज के राष्ट्रपति पुरस्कृत प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद यादव ने खुद परीक्षा कक्ष की कमान संभाली। उनके अलावा संगोष्ठी के लिए नियुक्त किए गए तीन निर्णायक  राजकीय हाई स्कूल बीबामऊ के प्रिंसिपल मोहित अरोरा, जनता इंटर कॉलेज बकेवर के प्रवक्ता रमेश चन्द्रा तथा हिंदू विद्यालय इंटर कॉलेज के सहायक शिक्षक रामाधार सिंह भी परीक्षा कक्ष में उपस्थित रहे।
   प्रदेश भर में विज्ञान के प्रचार प्रसार में अपना नाम कमाने वाले हिंदू विद्यालय इंटर कॉलेज के भौतिक विज्ञान प्रवक्ता प्रदीप कुमार यादव ने इस अवसर पर बताया कि अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित करने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष योगदान है।पिछले कुछ वर्षों से  आम भारतीय लोगों में गेहूं और चावल का प्रयोग बढ़ा और मोटे अनाजों का प्रयोग कम हुआ है, जबकि मोटे अनाज शरीर के लिए ज्यादा पौष्टिक होते हैं, मोटे अनाज शरीर के बेहतर पोषण के लिए ‘पावरहाउस’ के समान है।इसी के मद्देनजर इस तरह की संगोष्ठी प्रत्येक जिले में आयोजित की जा रही है। यहां आयोजित संगोष्ठी और परीक्षा में जो बच्चे प्रथम और द्वितीय स्थान पर चयनित होंगे, वह आगामी 18 अगस्त को कानपुर में आयोजित संगोष्ठी में इटावा जनपद का नेतृत्व करेंगे।
     हिंदू विद्यालय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया है कि जिन 30 बच्चों ने आज इस संगोष्ठी तथा आयोजित परीक्षा में भाग लिया ,इनकी उत्तर पुस्तिकाएं निर्णायक मंडल के तीनों सदस्य अपने साथ ले गए हैं। इनके मूल्यांकन तथा संगोष्ठी में दिए गए भाषणों से प्राप्त अंको का जोड़ करके परिणाम घोषित करेंगे, जो एक-दो दिन में माध्यमिक शिक्षा परिषद की के व्हाट्सएप ग्रुप में डाला जाएगा।
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*वेदव्रत गुप्ता
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