बकेवर, इटावा। तीन माह का बकाया मानदेय रोजगार सेवकों का ना मिलने के कारण रोजगार सेवक अपने बच्चों का एडमिशन नहीं करा पा रहे हैं जिससे उनके घरों में गृह कलेश के साथ साथ भुखमरी की स्थिति बनी हुई है। रोजगार सेवकों ने समय से मानदेय देने की गुहार जिलाधिकारी से की है।
इस सम्बन्ध में महेवा व्लाक के रोजगार सेवक रवींद्र सिंह, सौरभ, प्रहलाद सिंह, विश्वनाथ, दृगपाल, आदि ने बताया कि उन लोगों से मनरेगा के साथ साथ और भी काम लिए जाते हैं और मानदेय भी समय से नहीं मिल रहा है। जुलाई माह में उनके बच्चों के स्कूलों में एडमिशन होने थे और कापी किताबें पढने के लिए खरीदनी थी। लेकिन अप्रैल, मई, जून महीने का मानदेय अभी तक नहीं मिला इस स्थिति के चलते उनके घरों में बच्चों की पढ़ाई की खातिर रोजाना गृह कलेश होता रहता है। साथ ही भुखमरी की स्थिति बनी हुई है।जबकि बताया जाता है कि मानदेय के लिए पैसा आया लेकिन खाऊ कमाऊ नीति के चलते मैटेरियल का भुगतान फर्मों को कर दिया गया और रोजगार सेवकों को उनका मानदेय नहीं दिया गया जो ऐसी गम्भीर स्थिति बन गई है। रोजगार सेवकों ने इस स्थिति से निपटने के लिए समय से मानदेय दिलाने की गुहार जिलाधिकारी से की है।