कुरान व एहलेबैत कभी भी जुदा नहीं हो सकते- मौलाना मिर्जा
इटावा। रसूल अल्लाह के नवासे शहीदे आजम इमाम हुसैन की याद में शिया समाज के लोगों ने शहर में मजलिसों का आयोजन कर गमे शहीदाने कर्बला मनाया।
इमामबाड़ा अज़मत अली पर आयोजित मजलिस में तकरीर करते हुए दिल्ली से आये मौलाना मिर्जा अज़हर अब्बास ने कहा रसूल ने फरमाया है कि हम कुरान और एहलेबैत को छोड़कर जा रहे हैं यह दोनों कभी जुदा नहीं होंगे। अगर कुरान और एहलेबैत में से किसी एक का भी दामन छोड़ दिया निजात नहीं मिलेगी। इमाम हुसैन ने कर्बला में शहादत के बाद नोके नेजा से कुरान की तिलावत कर बता दिया कि हम शहीद तो हो सकते हैं लेकिन कोई हमसे कुरान को जुदा नहीं कर सकता। इमामबाड़ा अज़मत अली पर आयोजित मजलिस में तकरीर के दौरान मौलाना शमशुल हसन खान जौनपुरी इमामे जुमा बरेली शरीफ ने कहा इमाम हुसैन हिदायत का चिराग और निजात की कश्ती हैं जिसे हिदायत और निजात चाहिए वह हुसैन का दामन थाम ले और हुसैन की मजलिसों में आये कामयाब हो जायेगा। हुसैन ने कर्बला में 72 शहादतें देकर रसूल अल्लाह के दीन को बचा लिया। मजलिसों में तसलीम रज़ा, जहूर नक़वी ने सोजख्वानी की, सलमान रिज़वी, आबिद रज़ा ने कलाम पेश किए और अख्तर अब्बास मोंटू, तनवीर हसन, राहिल सगीर ने नोहा ख्वानी की। अंजुमन हैदरी कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शावेज़ नक़वी ने बताया इसके अलावा घटिया अज़मत अली पर समर अब्बास नक़वी के घर आयोजित मजलिस में मौलाना शमशुल हसन खान जौनपुरी व शीश महल में मुहब्बे अली के मकान पर आयोजित मजलिस में जाकिरे एहलेबैत अहमर जाफरी ने तकरीर की।