जसवंतनगर पालिका के 129 सफाई कर्मियों को कई महीनों से नहीं मिली तनख्वाह और पेंशन

  *इनमें संविदा कर्मी और ठेके पर लगे भी शामिल   *पेंशनभोगी और अन्य भी परेशान   *कोरोना काल से पालिका को मिल रही कम ग्रांट

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फोटो:- पालिका सफाई कर्मी सफाई करता हुआ, पालिका अध्यक्ष सत्यनारायण शंखवार तथा सफाई नेता जय शिव बाल्मीक 
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जसवंतनगर(इटावा)। नगरपालिका परिषद जसवंतनगर में कार्यरत 129 से ज्यादा सफाई एवं अन्य कर्मचारियों की तनख्वाह पालिका प्रशासन पर कई महीनों की बाकी चल रही हैं।

        कर्मचारियों के अलावा सेवानिवृत्तकर्मियों की पेंशन भी कई-कई महीनों से उन्हें बांटी नही गई  है। कर्मचारियों में इस बात को लेकर आक्रोश पनप रहा है।
   नए पालिका अध्यक्ष सत्यनारायण शंखवार को यह स्थिति विरासत में मिली है।फिर भी वह खुद कर्मचारियों की तनख्वाह नियमित न बांटे जाने को लेकर परेशान हैं। कोशिश में लगे हैं कि कैसे भी सरकार से नगर पालिका को मिलने वाली ग्रांट की राशि बढ़ जाए, ताकि तनख्वाह और पेंशन कर्मचारियों को नियमित रूप से प्रदान की जाने लगे।
यहां निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने और चुनाव में सत्यनारायण शंखवार के हाथों पराजित होने वाले जयशिव बाल्मीकि ने तनख्वाह व पेंशन नियमित रूप से न बांटे जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त किया है।
    उन्होंने कहा है कि यदि सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह और पेंशन हर महीने नहीं बांटी जाएगी, तो वह धरना- प्रदर्शन करने तथा हड़ताल कराने को मजबूर होंगे। यहां यह उल्लेखनीय है कि जयशिव वाल्मिक खुद भी पालिका कर्मचारी रहे हैं। वर्तमान में खुद भी पेंशनभोगी हैं। उन्हें भी कई महीनों से पालिका ने उनका भुगतान नहीं किया है।
      पालिका में 21 नियमित कर्मचारी है। 32 संविदा तथा 76 आउटसोर्सिंग यानी ठेका से सफाई का काम कर रहे हैं। संविदा कर्मियों में  अनेकों को नलकूपों और वसूली तथा अन्य कार्यों में लगाया गया है। बताया तो यहां तक गया है कि अनेक संविदा कर्मी मुफ्त की तनख्वाह यहां मार रहे हैं। उन पर पहले से ही कोई काम का बोझ पूर्व पालिका अध्यक्ष ने नहीं डाला था। ऐसे संविदा कर्मी सिफारिश पर लगे हैं।
कोरोना कॉल से कम आ रही ग्रांट
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       2020 में जब कोरोना शुरू हुआ था ,तब से उत्तर प्रदेश सरकार ने नगर पालिका जसवंतनगर की मासिक ग्रांट 51लाख ही कर दी थी। जबकि तनख्वाह का खर्चा 57 लाख से ऊपर प्रति माह है। हर महीने 6-7 लाख रुपए की ग्रांट कम आने से तीन सालों में पालिका के सफाई कर्मियों और अन्य की चार-  चार ,पांच -पांच महीने की तनख्वाह और पेंशन पालिका प्रशासन पर चढ गई है।
    पालिका सफाई कर्मियों का दबाव ज्यादा रहता है तथा उनकी यूनियन तगड़ी है। इस वजह से नियमित कर्मचारियों को तनख्वाह के मामले में ज्यादा परेशान नहीं किया जाता। चूंकि पेंशन धारी कर्मचारी दबाव नहीं बना पाते अतः उन्हें अक्सर लेट किया जाता रहा है।
  पालिका अध्यक्ष ने ग्रांट बढ़वाने के प्रयास
शुरू किए
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        नगर पालिका जसवंतनगर में पालिका अध्यक्ष समाजवादी पार्टी से जुड़ा व्यक्ति ही बन रहा है। इस वजह से भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार यहां की ग्रांट बढाने में कोई रुचि नहीं लेती और यहां की  आबादी और परिसीमन अनुसार ही ग्रांट देती है। 
पालिका अध्यक्ष सत्यनारायण शंखवार ने बताया है कि अभी नगर पालिका क्षेत्र जसवंत नगर की आबादी 35 हजार दर्ज है। सरकार में हमारी कोई सुनवाई नहीं है। इस वजह से हमारी ग्रांट जरूरत अनुसार नहीं बढ़ाई जा रही है।  ग्रांट बढवाने के लिए अब पालिका क्षेत्र का परिसीमन बढ़ाने पर वह ध्यान दे रहे हैं। परिसीमन में कैस्थ , प्रतापपुरा, दुर्गापुरा, भावलपुर,नगला इंछा आदि गांवों को नगरपालिका जसवंतनगर के परिक्षेत्र में बढ़वाने के लिए उन्होंने कार्यवाही आरंभ की है। विधायक शिवपाल सिंह यादव से मंत्रणा करने व अनुमति लेने तथा नगर निकाय विभाग में प्रस्ताव देने वह लखनऊ जा रहे है।
     आगामी कुछ दिनों में वह इस संबंध में जिलाधिकारी इटावा को एक  प्रस्ताव,अपने बोर्ड से अनुमति लेने के बाद भेजेंगे और जल्द नगर पालिका जसवंतनगर के क्षेत्र का विस्तार करेंगे। उम्मीद है कि पालिका की ग्रांट इससे 15 से 20 लाख रुपए प्रतिमाह बढ़ जाएगी।फिर तनख्वाह और पेंशन बांटने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
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*वेदव्रत गुप्ता
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