राम के भक्त बजरंगबली का व्यक्तित्व है वे चिरंजीवी
इटावा। स्थानीय अशोकनगर में भरथना चौराहे के पास गुरु पूर्णिमा आश्रम में चल रहे गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अंतर्गत शनिवार को कथावाचक पंडित विजय कुमार उपाध्याय ने रामकथा पर व्याख्यान देते हुए सुंदरकांड पर विस्तार से चर्चा की उन्होंने कहा कि जिसमें विनम्रता होती है वही छोटा होकर के भी विराट रूप धारण करने की सामर्थ रखता है वही श्री राम के भक्त बजरंगबली का व्यक्तित्व है वे चिरंजीवी है और जहां भगवत चर्चा होती है वहां स्वयं उपस्थित रहते हैं।
पंडित उपाध्याय में हनुमान जी के लंका में प्रवेश लंकिनी से सत्संग त्रिजटा के शब्द से निशाचरों के पराभव के संकेत को प्रत्यक्ष रूप से श्री राम के लंका विजय का संकेत बताया उन्होंने हनुमान जी के विभीषण मिलन और फिर विभीषण की शरणागति के तारतम्य को जोड़ते हुए कहा कि भगवान अपने भक्तों को हृदय से लगा लेते हैं इसीलिए कहा गया है कि ईश्वर के प्रति समर्पण भाव ही श्रेष्ठता का द्योतक है।
कथा रसिक हरिदास विनोद कुमार द्विवेदी के अनुसार आज बिधूना से पधारे भागवताचार्य संतोष कुमार ने श्रीमद् भागवत महापुराण पर श्री कृष्ण के रणछोड़ जी स्वरूप का वर्णन करते हुए द्वारकाधीश के रूप में रुक्मणी विवाह पर संगीतमय ढंग से व्याख्यान दिया।
गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर आज रविवार को आगंतुक विद्वानों के व्याख्यान होंगे और कल गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष आयोजन किया जाएगा।