डीएम ने जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक

डीएम ने जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक

 

◾ पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूर्ण सहयोग प्रदान – नेहा प्रकाश

 

रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता 

औरैया। जिलाधिकारी नेहा प्रकाश की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में वेडिंग जोन, ब्लैक स्पॉट, यातायात प्रबंधन, घायलों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था, विद्यालय वाहनों के फिटनेस, सड़कों पर अतिक्रमण, शहरों में जाम की स्थिति तथा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान आदि बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देशित किया कि जनपद के ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों का चिन्हीकरण कर वहां पर संकेतांक डिवाइडर, ब्रैकर्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय थानाअध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र के ब्लैक स्पॉट की सूची पीडब्ल्यूडी विभाग को उपलब्ध करा दें। जिलाधिकारी ने सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वालों के लिए एंबुलेंस व्यवस्था के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि हाईवेज, जीटी रोड, मेनरोड, आदि पर एंबुलेंस सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित हो जिससे कि घायलों को समय पर अस्पतालों में भर्ती किया जा सके। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में मृत होने वाले लोगों के बीमा मुआवजा आदि की कार्यवाही समय से पूर्ण की जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि बीमा एजेंसी को संबंधित अधिकारी अपने स्तर से बैठकर प्रक्रिया पूर्ण कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूर्ण सहयोग प्रदान करें। सड़क दुर्घटना स्थल पर घायलों को भर्ती कराने वाले व्यक्ति को पुलिस द्वारा बेवजह परेशान न किया जाए बल्कि उसको प्रोत्साहित कर पुरस्कार आदि प्रदान करें क्योंकि उसके द्वारा किसी एक घायल को सही समय पर अस्पताल पहुंचाया जाता है। शहरों में अतिक्रमण एवं जाम की स्थिति को दूर करने के लिए जिलाधिकारी ने नगर पालिका/ नगर पंचायत को निर्देश दिए कि चौराहों पर लगने वाले हथठेलो, ऑटो रिक्शा, दुकानदारों द्वारा फुटपाथ पर लगाए जाने वाली सामग्रियां हटवाया जाए तो ऑटो स्टैंड को यथा रूप से संचालित किया जाए। किसी के द्वारा लापरवाही की जा रही है तो उसे तत्काल नोटिस देकर चालान की प्रक्रिया भी अमल में लाई जाए। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी को कहा कि शहर में जाम की स्थिति से बचने के लिए स्कूलों विद्यालयों के समय में 15-20 मिनट का अंतर रखा जाए जिससे कि विद्यालय स्कूल बंद होने के उपरांत जाम की स्थिति पैदा न होने पाए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल वाहनों का फिटनेस भी चेक किया जाए तथा ऑटो एवं ई रिक्शा द्वारा आने जाने वाले बच्चों की सुरक्षा हेतु चालकों की सूचना स्कूलों में तथा संबंधित क्षेत्र के थानों, चौकियों में भी उपस्थित रहे तथा उनके वाहन का भी फिटनेस चेक किया जाए और रिक्शा तथा ऑटो में निर्धारित संख्या में ही बच्चों को बैठाया जाए। इस पर विशेष ध्यान रखा जाए। जिलाधिकारी में सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए सभी अधिशाषी अधिकारी को निर्देशित किया कि चौराहों आदि पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा जागरूक किया जाए। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि स्कूलों/विद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लब भी बनाए जाएं तथा समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाते रहें। जिलाधिकारी ने चालान करने की व्यवस्था के तहत प्रवर्तन अधिकारी रेहाना बानो से कहा कि बिना हेलमेट/सीट बेल्ट, बिना लाइसेंस धारक, गलत दिशा में चलने वाले वाहनों, बिना परमिट के वाहन एवं ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही करें।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक दिगंबर कुशवाहा, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी अशोक कुमार, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग अभिषेक यादव, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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