बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की जसवंत नगर में निकाली गई भव्य
*आदित्य यादव अंकुर ने दिखाई हरी झंडी *एक दर्जन झांकियां, गुलाल की तरह खूब बरसा नीला रंग ______
फोटो:- अंबेडकर जयंती की शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखाते और माल्यार्पण करते आदित्य यादव अंकुर तथा शोभायात्रा में एक झांकी में बाबा साहेब अंबेडकर हाथों में संविधान की पुस्तक लिये हुए
जसवंतनगर(इटावा)। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की जन्म जयंती के उपलक्ष में हर वर्ष 15 अप्रैल को निकाली जाने वाली संविधान निर्माता “डा. भीमराव रामजी अम्वेडकर” की भव्य शोभायात्रा शनिवार को यहां नगर में बड़े ही धूमधाम और भव्य झांकियों के साथ निकाली गई ।
शोभा यात्रा को क्षेत्रीय विधायक शिवपाल सिंह यादव के बेटे और पीसी एप के पूर्व चेयरमैन आदित्य यादव “अंकुर” ने हरी झंडी दिखाकर प्रारंभ किया। उन्होंने इससे पूर्व अंबेडकर की आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
शोभायात्रा में डा.अम्वेडकर के जीवन से संम्बधित एक दर्जन सुसज्जित झांकियां साथ चल रही थी। वैण्ड बाजो की ध्वनि और बाबासाहेब से संबंधित नारे शोभायात्रा में अलग ही छटा बिखेर रहे थे।
साथ चल रहे लोगो ने जमकर एक दूसरे को नील लगाई। जमकर गुलाल की तरह नील उडाई गई,जिससे शोभा यात्रा का मार्ग पूरी तरह निलायमान हो गया।भगवान बुद्व एवं डाअम्वेडकर की जयकारे लगाते शोभा यात्रा का लोगों ने जगह-जगह स्वागत भी किया।
शोभायात्रा कोठी कैस्त मोहल्ले स्थित अंबेडकर पार्क से शुरू होकर रामलीला तिराहा, बस स्टैंड चौराहा , छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा, लधुपुरा, रेलमंडी आदि भ्रमण करती कई घंटों बाद पार्क पर ही आकर संपन्न हुई। शोभायात्रा में सबसे आगे भीमराव अंबेडकर हाथों में संविधान लिए हुए मौजूद थे। भगवान बुद्ध ,ज्योतिबा फुले आदि की झाकियो के डोले भी साथ चल रहे थे।
शोभायात्रा में उपजिलाधिकारी जसवंतनगर कौशल कुमार ,क्षेत्राधिकारी अतुल प्रधान, नायब तहसीलदार अविनाश कुमार, प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार सोलंकी मौजूद थे। इनके अलावा भारी पुलिस बल चाक-चौबंद व्यवस्था करता साथ था।
शोभायात्रा में पूर्व ब्लाक प्रमुख अनुज मोंटी यादव, विश्वनाथ प्रताप सिंह यादव, मोहित यादव उर्फ सनी, शिक्षक अनिल कुमार जाटव, पुजारी जाटव,बृजेंद्र सिंह जाटव, सुमित वर्धन,गोपाल गुप्ता ,मोहम्मद हाशिम खान,प्रमोद यादव, प्रमोद कठेरिया ,जयवीर सिंह ,जीतू जाटव , सत्यनारायण शंखवार पुद्दल,राजेंद्र कुमार दिवाकर,शानू जाटव,आदि के अलावा बड़ी संख्या में पुरुष महिलाएं और बच्चे भी मौजूद रहे ।
*वेदव्रत गुप्ता