*सालिमपुरा में खूँखार चार बंदरों का आतंक*
● ढाई दर्जन से अधिक ग्रामीण बच्चें महिलाओं पर कर चुके हैं घातक हमला
भरथना,इटावा। भरथना तहसील व विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम सालिमपुरा में इन दिनों ग्रामीणों को खूंखार चार बन्दरों के आतंक के साये में जीना पड़ रहा है।
ग्रामीण अगर बन्दरों से बचने हेतु अपनी सुरक्षा के लिए हाथ में डंडा-लाठी लेकर निकलते हैं तो बन्दर उन्हें निशाना बना कर दौड़ा लेते हैं और हमला किये बगैर नही छोड़ते हैं,गांव में खूंखार हुए इन चार बन्दरों के घातक और हमले में अब-तक गांव के करीब ढाई दर्जन से अधिक ग्रामीण बच्चें, महिला-पुरुष और युवक- युवतियां घायल हो चुके हैं।
ग्राम प्रधान इंद्रपाल सिंह यादव ने बताया कि खूंखार बन्दरों के आतंक ने छोटे- छोटे बच्चों का स्कूल- कालेज जाना तो बन्द कर ही दिया है बल्कि लोगों को घरों से निकलना भी बन्द करा दिया है।
ग्राम प्रधान यादव के अनुसार गांव में पहले कभी कोई बन्दर नही थे,बीते 15 दिनों में अचानक कहीं से कुल चार बन्दरों ने गांव प्रवेश कर लिया और क्षेत्र में आतंक कायम कर लिया।
उन्होंने बताया कि खूंखार बन्दरों ने गांव निबासी अभी यादव 6,मन्नू 8,प्रिंस 6,कु०रोशनी खान 18,पल्लवी 25,रेशमा देव 35,अकबरी खा 65,कु०महल 5,कु०पूजा 9,पुष्पा देवी 45,विनीता 25,कु०अनुष्का 10,सौर्य 8,कु०गुंजन 5,रिहान खा 8,जानू 6,मोनिका 11 के अलावा देव,सृष्टि,सौम्या खा, वैष्णवी,छवि सहित करीब ढाई दर्जन से अधिक ग्रामीणों को अपने हमले का शिकार बनाकर घायल कर दिया है। हालांकि सभी घायलों ने भरथना सरकारी चिकित्सालय पहुँच कर जख्मों पर महरम-पट्टी कराकर बैक्सीन लगवाई है। ग्राम प्रधान श्री यादव सहित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से गांव में पहुँचकर खूंखार हुए बन्दरों को पकड़ वाये जाने की मांग करते हुए कहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्र के स्कूली छात्र-छात्राएं स्कूल जा सकें और शिक्षा से वंचित न हो सकें।