इटावा ऊसराहार अस्पताल की लापरवाही से नवजात की मौत परिजनों में आक्रोश
अनिल गुप्ता
ऊसराहर
अस्पताल में बच्चे के जन्म लेते ही संचालक ने जच्चा-बच्चा की जबरन छुट्टी कर दी जिससे बच्चे की हालत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई परिजनों ने अस्पताल पहुंच कर हंगामा काटा तो अस्पताल की संचालिका अस्पताल बंद कर फरार हो गई ।
ऊसराहार कस्बा मे भरथना मार्ग पर जानकी क्लीनिक मे बीती रात ऊसराहार निवासी कृपाल कुमार अपनी पत्नी सीटू को दिखाने गया था कृपाल कुमार ने बताया अस्पताल मे डाक्टर प्रिया ने बताया उनकी पत्नी को प्रसव का समय नजदीक है इसलिए वह तुरंत अस्पताल में भर्ती कर दे जिससे सकुशल बच्चे की डिलेवरी की जा सके कृपाल कुमार ने पैसे उधार लेकर ग्यारह हजार रूपए अस्पताल मे जमा कर रात दस बजे अपनी पत्नी सीटू को अस्पताल में भर्ती कर दिया आधे घंटे के अंदर प्रसव हो गया तो तुरंत ही डाक्टर ने जच्चा-बच्चा की अस्पताल से छुट्टी कर दी कृपाल कुमार ने बताया उसने डाक्टर से निवेदन किया कि रात भर उसकी पत्नी और बच्चे को अस्पताल मे भर्ती रहने दे सुबह वह छुट्टी करा लेगा लेकिन डाक्टर ने जबरन छुट्ट कर दी जैसे ही वह अपनी पत्नी को घर लेकर पहुचा तो बच्चे की तबियत खराब होने लगी उसने तुरंत ही डाक्टर को फोन किया लेकिन डाक्टर ने फोन नही उठाया तो वह रात मे ही बच्चे को लेकर इटावा गया लेकिन उसके नौनिहाल ने तब तक दम तोड दिया बच्चे की मौत के बाद परिजनों मे आक्रोश बढ गया और ग्रामीणों के साथ अस्पताल पहुंचे उन्होंने जबरन अस्पताल से छुट्टी किए जाने के कारण डाक्टर पर बच्चे की मौत का आरोप लगाया तो डाक्टर भी परिजनों को हडकाने लगी तब तक मौके पर बढती भीड़ देख डाक्टर अपने साथी के साथ अस्पताल बंद कर मौके से भाग गई कृपाल कुमार ने बताया उसके पहले से एक बेटी थी इस बार बेटे ने जन्म लिया था प्रसव का अभी समय भी नही था लेकिन जबरन डाक्टर ने प्रसव करा दिया और इलाज देने की जगह उसे अस्पताल से भगा दिया कृपाल ने कहा प्रसव होने के दस मिनट में ही उसके जच्चा-बच्चा की यदि अस्पताल से छुट्टी न होती तो उनके बच्चे की मौत नही होती अस्पताल में पहले भी कई बच्चो की मौत हो चुकी है
उसने थाने मे जानकी क्लीनिक की डाक्टर प्रिया के विरूद्ध तहरीर दी है साथ ही डिप्टी सीएमओ को सूचना देकर कार्रवाई की मांग की कहा अस्पताल क्या रजिस्टर्ड है या फर्जी चल रहा है इसकी जांच की जाए
इस संबंध में डिप्टी सीएमओ डाक्टर अबधेश यादव ने बताया उन्हे सूचना मिली है अस्पताल कैसे संचालित हो रहा है इसकी जांच कर शख्त कारवाई की गयी।