तो अब हत्या के बाद मुआवज़े के धन्यवाद के पोस्टर लगेंगे ?
इस पोस्टर से शर्मनाक क्या हो सकता है? मनीष गुप्ता की हत्या के बाद मुआवज़े का आभार जताने के लिए जिन लोगों ने यह पोस्टर लगाए हैं उन्हें सोचना चाहिए कि वे समाज और इंसानियत का क्या हाल कर रहे हैं?
कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या के सिलसिले में कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई। क्या बीजेपी को यह पोस्टर उतरवा नहीं देना चाहिए? क्या लोग इतने नासमझ है? वे नहीं समझेंगे